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धार्मिक

दिवाली की रात करें ये उपाय, सालभर बनी रहेगी देवी लक्ष्मी की कृपा

इंदौर। पंचांग के अनुसार, दिवाली आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाई जाती है। 12 नवंबर को पूरे देश में बड़े उत्साह के साथ दीपावली मनाई जाएगी। इस दिन श्रीराम लंकापति रावण पर विजय प्राप्त कर अयोध्या लौटे थे। इस खास दिन पर देवी लक्ष्मी, भगवान गणेश और श्रीराम की पूजा की जाती है। ऐसा करने जातक के दुख और परेशानियां दूर हो जाती हैं।

गोपाल सहस्त्रनाम का करें जाप

दिवाली अमावस्या तिथि पर है। दीपावली की रात कुछ उपाय हैं, जिन्हें करने से देवी लक्ष्मी प्रसन्न हो जाती हैं। इस दिन गोपाल सहस्त्रनाम का जाप करने से दोष दूर हो जाते हैं। यह उपाय दिवाली की रात्रि को किया जाता है।

श्री यंत्र की स्थापना करें

दिवाली के दिन घर में श्री यंत्र लाएं। अमावस्या तिथि के दिन श्री यंत्र को पंचामृत से स्नान कराना चाहिए। फिर लाल कपड़ा बांधें। उस पर देवी लक्ष्मी की मूर्ति की स्थापना करें। इसके बाद शुद्ध घी का दीपक जलाएं। साथ ही लक्ष्मी माता के मंत्रों का जाप करें।

दिवाली क्या है?

दिवाली शब्द का अर्थ रोशनी का त्योहार है। यह पांच दिवसीय पर्व है। दीपावली से पहले घरों की साफ-सफाई की जाती है। घर के हर कोने में दीपक लगाए जाते हैं। आंगन को फूलों और रंगोलियों से सजाया जाता है। लोग नए कपड़े पहनते हैं। दिवाली की रात शुभ मुहूर्त में लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है। पूजन के बाद पटाखे फोड़े जाते हैं।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

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