ब्रेकिंग
AIMIM का बिहार में बढ़ता दखल! विधानसभा चुनाव के लिए जारी की एक और लिस्ट, अब तक उतारे गए इतने उम्मीदव... मोहन भागवत का बड़ा बयान: 'दुनिया विनाश की तरफ जा रही है', बोले- 'मगर समाधान का रास्ता सिर्फ हमारे पा... कर्तव्य पथ पर दिखा अलौकिक दृश्य! दीपों की रोशनी से जगमग हुआ पूरा इलाका, CM रेखा गुप्ता बोलीं- 'यह आस... JNU में छात्रों पर लाठीचार्ज? प्रदर्शन के बाद अध्यक्ष समेत 6 छात्रों के खिलाफ FIR, लगे हाथापाई और अभ... लापरवाही की हद! नसबंदी कराने आई 4 बच्चों की मां को डॉक्टर ने लगाया इंजेक्शन, कुछ ही देर में हो गई मौ... निकाह के 48 घंटे बाद ही मौत का रहस्य! सऊदी से लौटे युवक की लटकी लाश मिली, परिजनों का सीधा आरोप- 'यह ... साध्वी प्रज्ञा के विवादित बोल: लव जिहाद पर भड़कीं, बोलीं- 'बेटी को समझाओ, न माने तो टांगें तोड़कर घर... दिवाली पर किसानों की हुई 'धनवर्षा'! CM मोहन यादव ने बटन दबाकर ट्रांसफर किए ₹265 करोड़ रुपये, बंपर सौ... नॉनवेज बिरयानी पर खून-खराबा! ऑर्डर में गलती होने पर रेस्टोरेंट मालिक को मारी गोली, मौके पर मौत से हड... विवादित बोल पर पलटे गिरिराज सिंह? 'नमक हराम' बयान पर सफाई में बोले- 'जो सरकार का उपकार नहीं मानते, म...
व्यापार

हलवा सेरेमनी के बाद ‘लॉक’ हुए वित्त मंत्रालय के अधिकारी, अब बजट पेश होने के बाद ही जा पाएंगे घर, ये है वजह

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज वित्त मंत्रालय में बजट से पहले पारंपरिक तौर पर होने वाली ‘हलवा सेरेमनी’ मनाई. इसमें वित्त मंत्रालय के कई अधिकारी भी शामिल हुए. वित्त मंत्री ने खुद अपने हाथों से मंत्रालय के अधिकारियों के साथ हलवा बांटा. इस ‘हलवा सेरेमनी’ के साथ ही अब बजट की तैयारियों से जुड़े अधिकारी वित्त मंत्रालय के परिसर में ही ‘लॉक’ हो जाएंगे.

हलवा सेरेमनी को बजट की अंतिम तैयारियों की शुरुआत माना जाता है. इसलिए बजट के कामकाज से जुड़े अधिकारी सख्त निगरानी में रहते हैं, ताकि कोई जानकारी लीक ना हो. वहीं वित्त मंत्री को भी सख्त नियमों का पालन करना होता है.

ना घर पर कॉल, ना दफ्तर से बाहर आना-जाना

हलवा सेरेमनी के बाद वित्त मंत्रालय का नॉर्थ ब्लॉक का दफ्तर एक बंकर में तब्दील हो जाता है. यहां काम करने वाले अधिकारी और कर्मचारियों को ना तो फोन पर बात करने की परमिशन होती है, ना ही वह अपने घर पर कॉल कर सकते हैं और ना ही मोबाइल रख सकते हैं. इतना ही नहीं किसी को भी दफ्तर परिसर से बाहर आने-जाने की भी इजाजत नहीं होती.

अब बजट की तैयारियों में लगे अधिकारी और कर्मचारी यहां तब तक रहेंगे, जब तक कि वित्त मंत्री का संसद में बजट भाषण पूरा नहीं हो जाता. बजट पेश होने के बाद ही वह अपने घर जा सकेंगे. सिर्फ किसी बहुत इमरजेंसी की हालत में ही उन्हें घर जाने की अनुमति मिल सकती है, लेकिन उसके लिए भी काफी सख्त निगरानी रखी जाती है. इस बीच अधिकारी या कर्मचारियों को अपने घर पर बात भी करनी होती है, तो वह हाई सिक्योरिटी लैंडलाइन से ही होती है.

Related Articles

Back to top button