ब्रेकिंग
दिल्ली मेट्रो का बड़ा कदम: छठ पर्व के बाद लौटने वालों के लिए ट्रेनें 6 बजे से पहले शुरू, DMRC ने जार... छत्तीसगढ़ का गौरव! जल संचय और जनभागीदारी में बालोद जिला देश में अव्वल, राष्ट्रीय पुरस्कार के रूप में... ब्रेकिंग: 'सवा करोड़ रुपये' की कृत्रिम बारिश चोरी! क्लाउड सीडिंग विफल होने पर कांग्रेस नेता ने थाने ... भारत के पड़ोसी में तनाव चरम पर: तालिबान ने ठुकराई पाकिस्तान की 'सुरक्षा गारंटी' समेत 5 शर्तें, सीमा ... सनसनीखेज: ड्यूटी से लौट रहे ASI अनिरुद्ध कुमार का अपहरण कर गला रेता, सिवान की घटना से पुलिस महकमे मे... चार दिन की चांदनी फिर अंधेरी रात! WhatsApp के आगे Arattai का जलवा खत्म, गूगल प्ले स्टोर पर रैंकिंग ध... तुलसी का श्राप बना वरदान: कैसे वृंदा के शाप से भगवान विष्णु को शालिग्राम बनना पड़ा, जानें पूरी पौराण... क्या है रहस्य? शनिदेव और भगवान शिव की मूर्ति एक मंदिर में क्यों नहीं रखी जाती, जानें ज्योतिषीय कारण ब्राजील में 'नार्को-आतंकवाद' पर बड़ी कार्रवाई: ड्रग माफियाओं पर खूनी रेड, 130 की मौत के बाद सुप्रीम ... शिवपुरी: खाद लेने जा रहे किसानों को तेज रफ्तार ट्रक ने रौंदा, फतेहपुर चौराहे पर दर्दनाक हादसा, एक की...
मध्यप्रदेश

मानसून की एंट्री से पहले MP में तेज आंधी और बारिश का दौर जारी, जानिए मौसम का हाल

भोपाल।  मानसून की एंट्री से पहले मध्यप्रदेश में तेज आंधी और बारिश का दौर जारी है। नर्मदापुरम के सिवनी मालवा में रविवार दोपहर में करीब 40 मिनट तक तेज बारिश हुई। पिपरिया और बड़वानी में भी पानी गिरा। इससे पहले मऊगंज में शनिवार देर रात बिजली गिरने से एक महिला की मौत हो गई, जबकि 6 लोग घायल हो गए।इस बार देश में मानसून 8 दिन पहले ही आ गया था। वहीं, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में यह तय समय से पहले पहुंच गया। ऐसे में अनुमान था कि मध्यप्रदेश में यह जून के पहले सप्ताह में ही आ जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

पिछले 15 दिन से मानसून महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ में एक ही जगह पर ठहरा रहा। इस वजह से एमपी में इसकी एंट्री नहीं हो पाई। हालांकि, अब मानसून आगे बढ़ने लगा है। इसलिए अब यह प्रदेश में 16-17 जून तक पहुंच सकता है। बता दें कि एमपी में मानसून के प्रवेश की सामान्य तारीख 15 जून ही है। पिछले साल यह 21 जून को एंटर हुआ था। इस बार गर्मी में भी लगातार 43 दिन तक बारिश होने का रिकॉर्ड बना है।

प्रदेश में 26 अप्रैल से आंधी-बारिश का दौर शुरू हो गया था, जो 7 जून को भी जारी रहा। यानी, लगातार 43 दिन से प्रदेश के किसी न किसी जिले में पानी गिरा या आंधी चली। 44 वें दिन आंधी-बारिश का दौर थमा रहा, लेकिन इसके बाद फिर से बारिश शुरू हो गई।

Related Articles

Back to top button