ब्रेकिंग
"न्याय के लिए सड़क पर उतरीं महिलाएं": कुलदीप सेंगर की जमानत का भारी विरोध, दिल्ली हाई कोर्ट के बाहर ल... "किश्तवाड़ में VPN पर पहरा": सुरक्षा एजेंसियों को अंदेशा— आतंकी कर सकते हैं गलत इस्तेमाल, प्रशासन ने... "PM मोदी का 'Gen Z' कनेक्शन": बोले प्रधानमंत्री— आपमें है दुनिया बदलने का दम, मुझे आपकी काबिलियत पर ... खाकी पर भारी पड़ा 'ओवर कॉन्फिडेंस': संभल में 12 पुलिसकर्मियों ने मिलकर लिखी फर्जी मुठभेड़ की कहानी, का... "अंकिता केस में नया सियासी मोड़": दुष्यंत गौतम का पलटवार— विपक्ष पर लगाया छवि धूमिल करने का आरोप, उत... बागबानी में पंजाब देशभर में अव्वल: 7100 करोड़ के प्रोजेक्ट और ‘अपणा पिंड-अपणा बाग’ से जुड़ा किसानों क... "इंसानियत शर्मसार, सीमा विवाद में उलझी खाकी": पटना में 7 घंटे तक सड़क पर पड़ा रहा शव, 4 थानों की पुल... शाही पदवी की लड़ाई: प्रिंस अजमत जाह के खिलाफ लामबंद हुए परिवार के अन्य सदस्य, जानें क्यों बढ़ा मनमुटाव "बीजेपी में जाना थी गलती, अब सुधारी": टीएमसी में शामिल हुईं बंगाली एक्ट्रेस, ममता बनर्जी के नेतृत्व ... "दिल्ली में प्रदूषण पर 'सर्जिकल स्ट्राइक'": 100 डग्गामार बसें जब्त, 28 पीयूसी सेंटर सस्पेंड; सरकार क...
देश

आइसोलेशन में रखे गए लोगों की हुई ‘जिओ फेंसिंग’, जानिए संदिग्ध लोगों के बीच कैसे करता है ये काम

नई दिल्ली। आइसोलेशन में रखे गए कोरोना वायरस से ग्रसित होने के संदिग्ध व्यक्ति के लिए घर से बाहर निकला आसान नहीं होगा। आठ राज्यों में ऐसे संदिग्धों का ‘जिओ फेंसिंग’ कर दिया गया है। जैसे को कोई व्यक्ति अपने आइसोलेशन के स्थान से दूर जाएगा, उसकी निगरानी में लगी एजेंसियां सतर्क हो जाएगी। सूचना व प्रसारण मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आठ राज्यों में आइसोलेशन में रखे गए कोरोना के संदिग्धों पर नजर रखने के लिए ‘जिओ फेंसिंग’ का इस्तेमाल किया जा रहा है।

रविशंकर प्रसाद के अनुसार इस प्रणाली मे व्यक्ति पर नजर रखने के लिए मोबाइल के तीन टॉवर के डाटा का इस्तेमाल किया जाता है। यह किसी व्यक्ति के 100 मीटर तक दायरे तक नजर रख सकता है। जैसे व्यक्ति अपने आइसोलेशन के स्थान से 100 मीटर दूर जाता है, उसे ‘जिओ फेंसिंग’ का उल्लंघन माना जाता है। उन्होंने कहा कि देश भर में विदेश से आए या फिर किसी कोरोना मरीज के संपर्क में आने वाले लाखों लोगों को घर पर आइसोलेशन में रहने को कहा गया है। ‘जिओ फेंसिंग’ ने इसे पूरी तरह सफल कर दिया है।

तमिलनाडु में आरोग्य-वायस काल सेवा शुरू

कोरोना खतरे से लोगों को आगाह करने के लिए सरकार पहले ही ‘आरोग्य सेतु’ एप को लांच कर चुकी है और अब तक ढाई करोड़ से अधिक लोग इसे डाउनलोड कर चुके हैं। लेकिन इसका लाभ देश भर में स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने वाले 60 करोड़ लोग ही कर सकते हैं। जबकि 60 करोड़ लोग ऐसे भी हैं, जो सामान्य फोन का इस्तेमाल करते हैं। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ऐसे लोगों को जानकारी देने के लिए तमिलनाडु में विशेष आरोग्य-वायस काल सेवा शुरू की गई है। वहां 9499912345 पर कोई भी व्यक्ति मिस्ड कॉल देकर कोरोना के बारे में जानकारी हासिल सकता है। यही नहीं, इसमें कोई व्यक्ति अपने कोरोना से संदिग्ध व्यक्ति के संपर्क में आने और अपनी जांच करने के लिए भी कह सकता है।

रविशंकर प्रसाद के अनुसार इसके अलावा माईगोव और एनडीएमए की पहल पर लगभग एक लाख 18 हजार व्यक्ति और 4,482 संगठनों ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सरकार की मदद करने के लिए खुद को तैयार बताया है और इसके लिए पंजीकृत कर चुके हैं। जरूरत पड़ने पर सरकार इनकी सेवाएं ले सकती हैं।

Related Articles

Back to top button