ब्रेकिंग
AIMIM का बिहार में बढ़ता दखल! विधानसभा चुनाव के लिए जारी की एक और लिस्ट, अब तक उतारे गए इतने उम्मीदव... मोहन भागवत का बड़ा बयान: 'दुनिया विनाश की तरफ जा रही है', बोले- 'मगर समाधान का रास्ता सिर्फ हमारे पा... कर्तव्य पथ पर दिखा अलौकिक दृश्य! दीपों की रोशनी से जगमग हुआ पूरा इलाका, CM रेखा गुप्ता बोलीं- 'यह आस... JNU में छात्रों पर लाठीचार्ज? प्रदर्शन के बाद अध्यक्ष समेत 6 छात्रों के खिलाफ FIR, लगे हाथापाई और अभ... लापरवाही की हद! नसबंदी कराने आई 4 बच्चों की मां को डॉक्टर ने लगाया इंजेक्शन, कुछ ही देर में हो गई मौ... निकाह के 48 घंटे बाद ही मौत का रहस्य! सऊदी से लौटे युवक की लटकी लाश मिली, परिजनों का सीधा आरोप- 'यह ... साध्वी प्रज्ञा के विवादित बोल: लव जिहाद पर भड़कीं, बोलीं- 'बेटी को समझाओ, न माने तो टांगें तोड़कर घर... दिवाली पर किसानों की हुई 'धनवर्षा'! CM मोहन यादव ने बटन दबाकर ट्रांसफर किए ₹265 करोड़ रुपये, बंपर सौ... नॉनवेज बिरयानी पर खून-खराबा! ऑर्डर में गलती होने पर रेस्टोरेंट मालिक को मारी गोली, मौके पर मौत से हड... विवादित बोल पर पलटे गिरिराज सिंह? 'नमक हराम' बयान पर सफाई में बोले- 'जो सरकार का उपकार नहीं मानते, म...
मध्यप्रदेश

दुर्गा पंडाल को लेकर दो पक्षों में विवाद, पुलिस के साथ झूमाझटकी, कई लोग घायल

कबीरधाम : नवरात्रि से पहले छत्तीसगढ़ के पंडरिया विकासखंड के वनांचल ग्राम कामठी में बवाल हो गया। जहां दो पक्ष दुर्गा पंडाल को लेकर आमने सामने आ गया। तनाव बढ़ता देख पुलिस ने मामले को शांत करना चाहा, लेकिन पुलिस और ग्रामीणों के बीच भी झूमा-झटकी की स्थिति निर्मित हो गई, जिसमें कुछ ग्रामीण और पुलिसकर्मी घायल हो गए। घायलों में एक गर्भवती महिला आरक्षक भी शामिल है।

जानकारी के मुताबिक, शनिवार सुबह ग्रामीणों ने धार्मिक स्थल पर दुर्गा पंडाल लगाना शुरू किया। इसी दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने पंडाल हटाकर विवाद खड़ा कर दिया। स्थिति बिगड़ने पर कुकदुर और पंडरिया पुलिस टीम मौके पर पहुंची। इस बीच, आक्रोशित ग्रामीणों ने धार्मिक स्थल पर बनी दीवार को तोड़ दिया। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो बहस झगड़े में बदल गई। तनाव बढ़ता देख पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। इसके बाद भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया। देर शाम तक हालात काबू में कर लिए गए।

ये है पूरा मामला

यह क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य है। कामठी गांव में एक प्राचीन मंदिर है। गांव के सभी लोग मंदिर में पूजा-अर्चना करते हैं। आदिवासी समाज के लोगों के अनुसार, इस मंदिर का निर्माण उनके पूर्वजों ने किया था जिस कारण से मंदिर पर उनका अधिकार है। इसी वजह से गांववाले और आदिवासी समाज के लोगों को बीच तनाव की स्थिति पैदा हो गई।

Related Articles

Back to top button