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छत्तीसगढ़

टाइगर रिजर्व के बफर क्षेत्र में बिजली की मांग को लेकर ग्रामीणों ने खोला मोर्चा, हड़ताल पर बैठे

सूरजपुर: जिले के बिहारपुर तहसील के 17 गांवों के ग्रामीण पिछले 6 दिनों से अपने गांव को अंधकार से बाहर निकालने के लिए अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे है. ग्रामीणों का कहना है कि सालों की मांग और शिकायतों के बाद भी जब किसी ने इन ग्रामीणों की पीड़ा को नहीं समझा तो उनको हड़ताल ही एक मात्र उपाय नजर आया.

ग्रामीणों की परेशानी और मांगे

हड़ताल पर बैठे ग्रामीण जितेन्द्र साकेत बताते हैं कि वे मोहली गांव के रहने वाले हैं. उनके गांव वालों के लिए बिजली एक सपने की तरह है. वे कहते हैं कि उनकी उम्र 31 साल की हो चुकी है और वे बिजली जानते तक नहीं है. वे कहते हैं कि आज के समय में यदि किसी को वे बताते हैं कि उनके गांव में बिजली नहीं है तो किसी को भरोसा नहीं होता. कई बार अधिकारियों को बिजली के लिए बोल चुके हैं लेकिन गांव में बिजली नहीं पहुंची.

बिजली की मांग को लेकर पिछले 6 दिन से हड़ताल कर रहे हैं. सोलर प्लांट के जरिए थोड़ी बहुत बिजली मिल जाती है. हमारा अनिश्चितकालीन हड़ताल है. बिजली नहीं मिलेगी तो बड़ा आंदोलन करेंगे- जितेन्द्र साकेत, हड़ताल पर बैठे ग्रामीण

6 दिन हो गए लेकिन कोई हमारी सुध लेना वाला नहीं है. बिजली नहीं होने के कारण ना पढ़ाई लिखाई हो पाती ना किसान ठीक से अपनी खेती कर पाते हैं-अशोक जायसवाल, हड़ताल पर बैठे ग्रामीण

बिजली नहीं होने से कृषि और शिक्षा का बुरा हाल

मोहाली गांव के रहने वाले और शिक्षक सुरेश गुप्ता बताते हैं कि बिजली नहीं होने के कारण उनके क्षेत्र के ग्रामीण एक एकड़ में 2 क्विंटल धान की पैदावार नहीं कर पा रहे हैं. बिजली नहीं होने के कारण खेतों में पानी नहीं पहुंच पा रहा है जिससे क्षेत्र के किसानों की हालत दयनीय है. सुरेश गुप्ता कहते हैं कि बिजली नहीं होने के कारण बच्चों की शिक्षा का भी यही हाल है. वे कहते हैं कि शाम होने के बाद बच्चे पढ़ नहीं पाते हैं ना ही होमवर्क कर पाते हैं.

अधिकारी ने कहा- काफी पुरानी समस्या लगेगा थोड़ा समय

डीएफओ सूरजपुर डीपी साहू ने बताया कि बिजली के मामले राज्य सरकार काफी संवेदनशील है. हमारे क्षेत्र की मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने बिहारपुर के दौरे पर जाकर बिजली की समस्या को देखा और फिर उन्हें बिजली की समस्या दूर करने को कहा. जैसे ही हमें बिजली विभाग से आवेदन मिला, हमने फील्ड का वेरिफिकेशन कर विद्युत लाइन के लिए परमिशन दे दी है.

अधिकारी ने बताया कि टाइगर रिजर्व के बफर क्षेत्र होने के कारण आवेदन टाइगर रिजर्व प्रबंधन को ट्रांसफर किया गया है. इसमें जो भी नियम होंगे उस पर कार्रवाई की जाएगी. डीएफओ ने कहा कि बिहारपुर क्षेत्र का दौरा कर सभी सरपंचों को बताया गया है कि हफ्तेभर के अंदर बिजली समस्या को दूर कर लिया जाएगा. मामले में कार्रवाई की जा रही है.

हड़ताल खत्म करने की अपील

बिजली की समस्या दूर करने को लेकर काम जारी होने के बीच ग्रामीणों की हड़ताल को लेकर डीएफओ डीपी साहू ने कहा कि यदि ऐसा होने के बाद भी ग्रामीण हड़ताल करते हैं तो ये गलत है. ये समस्या काफी पुरानी है और ग्रामीण चाहते हैं कि तुरंत उनकी मांगे मान ली जाए. ऐसे मामले में थोड़ा समय लगता है. उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे हड़ताल खत्म कर दें. उनकी सभी मांगों को पूरा किया जाएगा. बता दें चांदनी बिहारपुर गुरु घासीदास टाइगर रिजर्व क्षेत्र के अंतर्गत आता है.

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