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महाराष्ट्र

महायुति में ‘सीट शेयरिंग’ का खेल: 200 सीटों पर बनी बात, बाकी 27 पर फडणवीस और शिंदे करेंगे आखिरी फैसला

मुंबई बीएमसी चुनाव के लिए महायुति में सीटों के बंटवारे को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है. जानकारी के अनुसार, बीएमसी की कुल 227 सीटों में से बीजेपी और शिंदे गुट की शिवसेना के बीच करीब 200 सीटों पर सहमति बन गई है जबकि 27 सीटों पर मंथन जारी है. एक दो दिन में इसको लेकर संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी.

वहीं, अजित पवार की ‘एंट्री’ पर अभी सस्पेंस है. मतलब अजित पवार से अब तक सीट बंटवारे को लेकर फैसला नहीं हुआ है. सूत्रों के अनुसार, बीजेपी उन्हें मुंबई में सीमित (लगभग 10-14) सीटें देने के पक्ष में है, जबकि अजित पवार अधिक सीटों की मांग कर रहे हैं. मुंबई बीजेपी अध्यक्ष अमित साटम ने सीट बंटवारे को लेकर कहा कि 200 सीटों पर बीएमसी में बातचीत फिक्स हो गई है.

उन्होंने कहा कि 27 सीटों पर बातचीत चल रही है. महायुति मजबूत है. बीएमसी चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया 23 दिसंबर से शुरू हो चुकी है और यह 30 दिसंबर तक चलेगी. वोटिंग 15 जनवरी 2026 को होगी. मुंबई के बीएमसी चुनाव में कुल 227 सीट है, जिसमें भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है. पिछली बार भाजपा ने 84 सीट से मेयर बना सकती थी लेकिन 83 सीट वाली शिवसेना को भाजपा ने मौका दिया.

राज-उद्धव के साथ आने से कोई नुकसान नहीं- साटम

वहीं, जमीयत उलेमा हिंद को लेकर अमित साटम ने कहा कि कब तक हम पुरानी बातों को तवज्जो देते रहेंगे. यूबीटी ने दंगा करने वालों को अपनी पार्टी में लिया है. इनके प्रचार फेरी में बम धमाके के आरोपी घूम रहे हैं. यहां मराठी मेयर होगा, जो राज ठाकरे बोल रहे हैं. ये बोलने की बात है. ये राशिद मामू जैसे व्यक्ति को अपने साथ यूबीटी पार्टी में लेते हैं.

साटम ने आगे कहा कि 1993 बम धमाके के आरोपी रहे इकबाल मूसा उर्फ बाबा चव्हान ने यूबीटी का प्रचार किया था. ये किस मुह से बात करेंगे. मराठी जनता हमारे साथ है. गैर मराठी जनता भी साथ है. साटम ने ये भी कहा कि राज और उद्धव के साथ आने से महायुति को कोई नुकसान नहीं होगा. इन्हें पहले ही जनता नकार चुकी है.

150 सीटें जीतने का लक्ष्य

बता दें कि मुंबई बीएमसी चुनावों में भाजपा और शिवसेना ने गठबंधन कर 150 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है. हाल ही में महाराष्ट्र सरकार के मंत्री और भाजपा नेता आशीष शेलार ने कहा था कि आने वाले बीएमसी चुनाव में हमने 150 सीट जीतने का लक्ष्य रखा है. बीजेपी और शिवसेना साथ में चुनाव लड़ रही है. आने वाले समय में मुंबई का मेयर हमारा होगा, मराठी होगा. अगर एनसीपी नवाब मलिक नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी तो हम एनसीपी के साथ अलायन्स नहीं करेंगे. हम शिवसेना के साथ मैदान में उतरेंगे.

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