मुजफ्फरनगर: यूपी बोर्ड हाईस्कूल तथा इंटर के मेधावियों को सम्मानित किया गया।यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटर परीक्षा में उच्च अंक लेकर मेरिट में शामिल होने वाले छात्र-छात्राओं तथा डिजीटल शिक्षक प्रशिक्षण पाने वाले शिक्षकों को लाला जगदीश प्रसाद सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज जानसठ रोड पर आयोजित समारोह में सम्मानित किया गया।डिजीटल शिक्षक प्रशिक्षण प्राप्त करने पर शिक्षकों का सम्मान।राज्यमंत्री कपिल देव ने किया शुभारंभबुधवार को मेधावी छात्र व प्रतिभा सम्मान समारोह का शुभारंभ मुख्य अतिथि राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल, डीआइओएस गजेन्द्र कुमार व पूर्व प्रधानाचार्य भूदेव सिंह ने मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर किया। समारोह में हाईस्कूल के 12 तथा इंटरमीडिएट के 16 विद्यार्थियों व 92 शिक्षक शिक्षिकाओं को सम्मानित किया गया। राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने सभी मेधावियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि शिक्षा विभिन्न प्रकार का ज्ञान और कौशल को प्रदान करती है। यह सीखने की निरंतर धीमी और सुरक्षित प्रक्रिया है, जो सभी को ज्ञान प्राप्त करने में मदद करती है। यह निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है जो हमारे जन्म के साथ ही शुरु हो जाती है और जीवन के साथ ही खत्म होती है।प्रधानाचार्यों को भी किया गया सम्मानित।डिजीटल शिक्षक कार्यशाला अनूठी पहलराज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल ने डिजिटल शिक्षक कार्यशाला आयोजन को जिले की अनूठी पहल बताया। उन्होंने कहा कि एक शिक्षक को हमेशा नवाचारी, तकनीकयुक्त और सीखने के लिए लालायित रहना चाहिए। तब ही वह आज के आधुनिक विद्यार्थियों से आगे रह पाएंगे अन्यथा मुख्यधारा से पिछड जाएंगे।शिक्षण में आइसीटी टूल्स करें एकीकृत: डीआइओएसडीआइओएस गजेन्द्र कुमार ने माध्यमिक शिक्षा परिषद की वर्ष दर वर्ष उन्नति तथा जिले के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परिषदीय परीक्षा परिणाम की विस्तृत चर्चा की। डीआइओएस ने कहा कि माध्यमिक विद्यालयों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप ही शिक्षण हो रहा है। उत्तर प्रदेश बोर्ड के माध्यमिक विद्यालय निरंतर उन्नति के पथ पर अग्रसर हैं। उन्होंने कहा कि आज आवश्यकता है कि शिक्षक अपने शिक्षण में आईसीटी टूल्स को एकीकृत करें। सीखने सिखाने की प्रक्रिया को रोचक बनाएं। इसी उद्देश्य से मण्डल में एनसीईआरटी से प्रशिक्षित प्रधानाचार्य डॉ विकास कुमार ने बताया कि शिक्षको व प्रधानाचार्यो को प्रशिक्षित करने के लिए एक माह की कार्यशालाएं नियमित आयोजित की जा रही हैं। जिसके दूरगामी परिणाम प्राप्त होंगे। कार्यक्रम प्रभारी प्रधानाचार्य डॉ विकास कुमार ने कहा कि जिले में एक माध्यमिक विद्यालय कम से कम एक डिजिटल शिक्षक कार्यक्रम के अंतर्गत एक माह की डिजिटल शिक्षक कार्यशाला का आयोजन मई व जून माह में किया गया। जिसमें शिक्षकों को विभिन्न प्रकार के सॉफ्टवेयर सिमुलेशन, एनिमेशन बनाने आदि का प्रशिक्षण दिया गया। जिससे वे अपने विषय को सरल व रोचक बना सकें। पूर्व प्रधानाचार्य भूदेव सिंह व उप प्रधानाचार्य बृजेश कुमार ने गुरु शिष्य सम्बंध विषय पर प्रकाश डाला।इन मेधावी छात्र-छात्रओं को किया गया सम्मानितहाईस्कूल परीक्षा में जिला मेरिट में प्रथम स्थान देवयांश कुमार, दूसरा स्थान प्रिया बंधानी, तीसरा स्थान दिव्या शुक्रालिया, चौथा स्थान श्रेया, पांचवा स्थान अविका चौधरी, छठा स्थान वंशिका चौधरी, सातवां स्थान अंश सेन, आठवां स्थान फलक नाज व वंशिका गुप्ता, नवां स्थान आशीष तथा स्नेहा शर्मा, दसवां स्थान प्राप्त करने वाली हादिया नाज को प्रशस्ती पत्र, स्मृति चिन्ह तथा पुस्तकें भेंटकर व उनका माल्यापर्ण कर सम्मानित किया गया। इंटरमीडिएट परिषदीय परीक्षा में जिले की मेरिट में प्रथम स्थान अजय कुमार शर्मा, दूसरा स्थान शैली, तीसरा स्थान रमन कुमार, चौथा स्थान आदित्य कसाना व वैशाली गोल्डी, पांचवा स्थान गोल्डी, छठा स्थान गौरव कुमार, सातवां स्थान इरम व श्रृष्टि सोम, आठवां स्थान आदित्य बागयान, इंशा परवीन व कार्तिक गुप्ता नवां स्थान वैभव तथा दसवे स्थान पर रहे रुमा तुषार गोयल व सत्यम कुमार को प्रशस्ती पत्र, स्मृति चिन्ह एवं पुस्तकें भेटकर तथा उनका माल्यापर्ण कर सम्मानित किया गया। सभी विद्यार्थियों के माता-पिता व उनके विद्यालय के प्रधानाचार्य को भी माल्यापर्ण कर सम्मानित किया गया।प्रशिक्षण पाने वाले 92 शिक्षक-प्रधानाचार्य सम्मानितशिक्षकों को डिजिटल रूप में प्रक्षिशित करने वाले मार्गदर्शक डॉ विकास कुमार को डिजिटल शिक्षक सम्मान से सम्मानित किया गया। अवनीश कुमार धीमान, अंजु वर्मा, अनिता चौधरी, उमा रानी, प्रीति चौधरी डॉ त्रिवेंद्र कुमार श्याम गोपाल गुप्ता अनिल कौशिक आशीष डॉ बरखा बंसल गरिमा रानी आदि सहित 92 प्रधानाचार्य व शिक्षकों को उनका माल्यापर्ण कर प्रशस्ती पत्र दे कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व प्रधानाचार्य भूदेव सिंह व संचालन प्रधानाचार्य डॉ विकास कुमार द्वारा किया गया। प्रधानाचार्य ब्रिजेश कुमार, हरिओम सहस्त्रबुद्धे, प्रवेन्द्र दहिया, अनिल शास्त्री, सुधीर त्यागी, संत कुमार, ललित मोहन गुप्ता, डॉ रणबीर सिंह, विनय यादव आदि का सहयोग रहा।
ब्रेकिंग
कुमार विश्वास ने सोनाक्षी सिन्हा पर क्या टिप्पणी की जिस पर हो गया विवाद, ये है पूरा बयान
14 छक्के, 37 चौके, ठोक दिए 403 रन, कोहली-पंड्या की तूफानी बैटिंग, 25 साल के अनजान खिलाड़ी ने ठोका शत...
क्रिस्मस से न्यू ईयर तक इतने दिन बंद रहने वाले हैं बैंक, यहां देखें लिस्ट
WhatsApp अकाउंट हो गया बैन? ये है ठीक करने का तरीका
सफला एकादशी के दिन इस दुर्लभ संयोग में करें पूजा, हर काम में मिलेगी सफलता!
म्यांमार: रखाइन स्टेट में अराकान आर्मी का कब्जा, 60 हजार रोहिंग्या ने इस मुल्क में ली शरण
सर्दियों में घर पर चॉकलेट से बनाएं ये गरमा-गरम ड्रिंक, जानें रेसिपी
ढाई करोड़ का गबन-CBI जांच, पहले भी एक अफसर ने किया था सुसाइड; बुलंदशहर में उप डाकपाल राहुल ने क्यों ...
बरेली: चुपके से आया भतीजा और गला दबाकर ले ली जान… बुजुर्ग को आंख नहीं दिखता था कुछ
चुनाव के नाम पर मजाक किया गया… कांग्रेस ने बताया हरियाणा में क्यों मिली हार, EC पर फोड़ा ठीकरा