ब्रेकिंग
कम बजट में क्रिसमस सेलिब्रेशन, इन यूनिक तरीकों से बच्चे होंगे खुश उत्तराखंड, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर… जानें कैसा रहेगा आज तीनों पहाड़ी राज्यों का मौसम इंद्रेश उपाध्याय ने खत्म किया विवाद: यादव समाज की नाराजगी के बाद जारी किया माफीनामा, सफाई में दी अपन... कर्नाटक में 'मौत का सफर': ट्रक से टकराते ही आग का गोला बनी स्लीपर बस, 9 यात्री जिंदा जले पीएम मोदी का क्रिसमस संदेश: पवित्र प्रार्थना सभा में शिरकत की, ईसाई समुदाय को दीं प्रभु यीशु के जन्म... अब सिर्फ चेहरा नहीं, रणनीतिकार भी": नए साल में कांग्रेस का पावर बैलेंस बदलेगा, प्रियंका गांधी के पास... आलीशान लाइफस्टाइल और काली कमाई": करोड़ों की गाड़ियां, महंगी शराब और फर्जीवाड़ा; कॉल सेंटर घोटाले का ... दोषी पर सजा नहीं": पत्नी ने पति पर किया तलवार से वार, फिर भी कोर्ट ने क्यों दी रिहा करने की मोहलत? महायुति में 'सीट शेयरिंग' का खेल: 200 सीटों पर बनी बात, बाकी 27 पर फडणवीस और शिंदे करेंगे आखिरी फैसल... NCR वालों ने ली राहत की सांस: AQI में सुधार के बाद CAQM का बड़ा फैसला, निर्माण कार्यों और भारी वाहनों...
देश

नवजोत सिंह सिद्धू ने साधा निशाना, ट्विटर पर लिखा- हम तो डूबेंगे सनम, तुम्हें भी ले डूबेंगे

चंडीगढ़। पूर्व क्रिकेटर एवं कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू कोटकपूरा गोली कांड को लेकर हाई कोर्ट द्वारा एसआइटी की रिपोर्ट खारिज किए जाने के बाद खासे आक्रामक हो गए हैं। सिद्धू ने एक बार फिर ट्वीट कर निशाना साधा है। सिद्धू ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा है, ‘हम तो डूबेंगे सनम, तुम्हें भी ले डूबेंगे।’ साथ ही उन्होंने लिखा है कि यह सरकार या पार्टी की नाकामी नहीं है, बल्कि एक आदमी है जिसने दोषियों से हाथ मिला रखा है।

हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया है कि वह एक आदमी किसे बता रहे है। सिद्धू ने यह ट्वीट तब किया है जब एक दिन पहले ही स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम के प्रमुख सदस्य रहे कुंवर विजय प्रताप सिंह ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा है कि सरकार के निर्देशों के बावजूद कोटकपूरा गोलीकांड जैसे संवेदनशील मुद्दे पर एडवोकेट जनरल अतुल नंदा एक बार भी पेश नहीं हुए। बल्कि हर पेशी से पहले वह मेडिकल लीव पर चले गए।

कुंवर ने कहा था कि दो साल मेहनत के बाद हमारी टीम ने जो चालान पेश किया, उसके तथ्यों में खामियां निकालने की बजाय बचाव पक्ष के वकील चालान पर एक ही अफसर के हस्ताक्षर को लेकर बहस कर रहे थे। जब हाई कोर्ट का फैसला आया तो एजी को बड़ी खुशी थी यह फैसला सुनाते हुए।

हालांकि सिद्धू ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि वह व्यक्ति कौन है जो दोषियों के साथ हाथ मिलाया हुआ है। हालांकि सिद्धू ने सरकार और पार्टी को नाकामी से दूर रखा है। सिद्धू इन दिनों मझे हुए राजनेता की तरह अपनी ही सरकार की नाकामियों पर चोट कर रहे हैंं। फिलहाल इस बार वह सीधे-सीधे मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से नहीं टकरा रहे हैं जैसा कि 2019 में देखने को मिला था।

Related Articles

Back to top button