ब्रेकिंग
कानपुर में भी लखनऊ की तरह हुई थी ‘डकैती’, मैनेजर ने ही तुड़वा दिए थे बैंक लॉकर; 11 ग्राहकों को लौटान... बरेली की अदालत ने ओवैसी को भेजा नोटिस, 7 जनवरी को पेश होने का निर्देश; जानिए पूरा मामला ‘साहब वोट मछुआरे देंगे डॉल्फिन नहीं’… मछली पकड़ने पर लगा बैन तो DM से बोले, गंगा का 72 किलोमीटर का ए... कुमार विश्वास ने सोनाक्षी सिन्हा पर क्या टिप्पणी की जिस पर हो गया विवाद, ये है पूरा बयान 14 छक्के, 37 चौके, ठोक दिए 403 रन, कोहली-पंड्या की तूफानी बैटिंग, 25 साल के अनजान खिलाड़ी ने ठोका शत... क्रिस्मस से न्यू ईयर तक इतने दिन बंद रहने वाले हैं बैंक, यहां देखें लिस्ट WhatsApp अकाउंट हो गया बैन? ये है ठीक करने का तरीका सफला एकादशी के दिन इस दुर्लभ संयोग में करें पूजा, हर काम में मिलेगी सफलता! म्यांमार: रखाइन स्टेट में अराकान आर्मी का कब्जा, 60 हजार रोहिंग्या ने इस मुल्क में ली शरण सर्दियों में घर पर चॉकलेट से बनाएं ये गरमा-गरम ड्रिंक, जानें रेसिपी

वापस लौटाए गए ट्रैक्टरों में किसी की लाइट टूटी तो किसी के बोनट को रस्सियों से बांधकर चलाया जा रहा काम

फरीदाबाद: आठ महीने पहले दिया गया था वेंडरों को, 25 में से 10 ट्रैक्टरों की हालत हो गयी है खराब।किसी भी ट्रैक्टर कर रजिस्ट्रेशन तक नहीं, नगर निगम ने बिना किसी शर्त के ईकोग्रीन कंपनी को दे दिया था।नगर निगम को दान में मिले ट्रैक्टरों को ईकोग्रीन कंपनी ने वेंडरों से लेकर वापस तो लौटा दिए लेकिन इनकी हालत खराब हो चुकी है। अधिकांश ट्रैक्टरों कीलाइट टूटी है तो कई के बोनट को रस्सियों से बांधकर चलाया जा रहा है। आठ महीने में ही वेंडरों ने नए ट्रैक्टरों की हालत खराब कर दी। अब इसे ठीक कराने में भी नगर निगम को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा। हैरानी की बात ये है कि अधिकारियों ने सांठगांठ करके बिना किसी शर्त के साथ नगर निगम ने कंपनी के वेंडरों को सौंप दिया था। इस मामले की जब शिकायत विजिलेंस के पास पहुंची और उसकी जांच शुरू हुई तो खुद को फंसता देख निगम अधिकारी आनन फानन में ट्रैक्टरों को वापस मंगाकर सभागार के सामने खड़ा दिया है।बता दें कि इंडियन ऑयल की अोर से सीएसआर के तहत मार्च 2022 में कूड़ा उठाने के लिए छोटे बड़े 50 ट्रैक्टर दिए गए थे। इनमें से 25 छोटे ट्रैक्टरों काे नगर निगम में स्वच्छता अभियान का काम देख रहे अधिकारियों ने सांठ गांठ करके बिना किसी सेवा शर्त और रजिस्ट्रेशन कराए ही उन ट्रैक्टरों को ईकोग्रीन कंपनी के वेंडरों को दे दिया। वेंडरों ने आठ महीने में ही ट्रैक्टरों की हालत खराब कर दी। निगम सभागार के पीछे खड़े 25 ट्रैक्टरों में से अधिकांश की हालत खराब हो चुकी है। दस ट्रैक्टरेां की लाइटें तक टूट गई है। उधर एक्सईएन व्हीकल नितिन कादयान का कहना है कि वापस किए गए ट्रैक्टरों की जांच की जाएगी। जो भी खराबी होगी उसकी वसूली संबंधित कंपनी से की जाएगी।

कानपुर में भी लखनऊ की तरह हुई थी ‘डकैती’, मैनेजर ने ही तुड़वा दिए थे बैंक लॉकर; 11 ग्राहकों को लौटाने पड़े थे 2.64 करोड़     |     बरेली की अदालत ने ओवैसी को भेजा नोटिस, 7 जनवरी को पेश होने का निर्देश; जानिए पूरा मामला     |     ‘साहब वोट मछुआरे देंगे डॉल्फिन नहीं’… मछली पकड़ने पर लगा बैन तो DM से बोले, गंगा का 72 किलोमीटर का एरिया है सील     |     कुमार विश्वास ने सोनाक्षी सिन्हा पर क्या टिप्पणी की जिस पर हो गया विवाद, ये है पूरा बयान     |     14 छक्के, 37 चौके, ठोक दिए 403 रन, कोहली-पंड्या की तूफानी बैटिंग, 25 साल के अनजान खिलाड़ी ने ठोका शतक     |     क्रिस्मस से न्यू ईयर तक इतने दिन बंद रहने वाले हैं बैंक, यहां देखें लिस्ट     |     WhatsApp अकाउंट हो गया बैन? ये है ठीक करने का तरीका     |     सफला एकादशी के दिन इस दुर्लभ संयोग में करें पूजा, हर काम में मिलेगी सफलता!     |     म्यांमार: रखाइन स्टेट में अराकान आर्मी का कब्जा, 60 हजार रोहिंग्या ने इस मुल्क में ली शरण     |     सर्दियों में घर पर चॉकलेट से बनाएं ये गरमा-गरम ड्रिंक, जानें रेसिपी     |