नई दिल्ली: तवांग में चीनी घुसपैठ का मामला शुक्रवार को भी संसद में उठा। इस पर राज्यसभा में हंगामा हुआ और कार्यवाही स्थगित करना पड़ी। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, उन्होंने देश की रक्षा की चिंता करते हुए तवांग का मुद्दा संसद में उठाया था, लेकिन उन्हें चीन पर बोलने का मौका नहीं मिला। इस बीच, अब इस मुद्दे पर भारतीय सेना में पूर्वी कमांड के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता का बयान सामने आया है। लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता का कहना है कि चीन ने LAC पार करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना ने इस हिमाकत का कड़ा जवाब दिया लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता ने आगे बताया कि अभी सीमा पर स्थिति सामान्य है। सेना कड़ी निगरानी रख रही है। आरपी कलिता के मुताबिक, भारतीय सीमा पर घुसपैठ की कोशिश कर रहे चीनी सैनिकों की भारतीय सैनिकों के साथ झड़प हुई थी। भारतीय सैनिकों ने उन्हें खदेड़ दिया। चीनी सैनिकों को ज्यादा नुकसान पहुंचा जबकि हमारे कुछ ही जवान मामूली घायल हुए। इस घटनाक्रम के बाद बुमला में दोनों सेनाओं के एरिया कमांडरों की मीटिंग हुई थी। अब हालात सामान्य हैं।
वायुसेना कर रही अभ्यास
भारतीय वायुसेना इसी क्षेत्र में युद्धाभ्यास कर रही है। बुमला में युद्धाभ्यास का शुक्रवार को आखिरी दिन है। बता दें, चीन भी अरुणाचल प्रदेश की सीमा से सटे शीगत्से एयरपोर्ट पर लड़ाकू विमान तैनात कर दिए हैं। शीगत्से, तिब्बत का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। चीन की हरकतों को देखते हुए वायुसेना का युद्धाभ्यास अहम माना जा रहा है। सीमा पर की हरकतों का मुद्दा संसद में भी उठा था। कांग्रेस ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोेशिश की थी।इसके बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा और राज्यसभा में बयान जारी किया था। राजनाथ सिंह ने संसद के दोनों सदनों को बताया था कि चीन में सीमा पार करने की कोशिश की थी, लेकिन भारतीय सेना ने पूरे साहस के साथ जवाब दिया और उन्हें खदेड़ दिया। राजनाथ सिंह ने बताया था कि चीन के कई सैनिक बुरी तरह जख्मी हुए हैं। उन्होंने सेना के साहस की तारीफ की और कहा था कि इस मुद्दे पर राजनीति नहीं होना चाहिए।