राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने संसद में किसानों की आवाज को बुलंद करते हुए सरकार को घेरने का काम किया है। उन्होंने किसान सम्मान निधि को लेकर सरकार को सवालों के कटघरे में खड़ा किया है। सुरजेवाला ने आंकड़ों का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार धीरे-धीरे किसान सम्मान निधि के लाभार्थियों की संख्या को कम कर रही है। उन्होंने सरकार से सवाल पूछा कि केंद्र सरकार का लक्ष्य किसानों को फायदा देना है या फिर किसान सम्मान निधि को धीरे-धीरे खत्म करना है।
सुरजेवाला बोले- पीएम किसान सम्मान निधि को खत्म कर रही केंद्र सरकार
सुरजेवाला ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से सवाल पूछते हुए कहा कि कृषि जनगणना 2015-16 के अनुसार भारत में किसानों की संख्या 14 करोड़ 50 लाख है। वहीं प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की ग्यारहवीं किस्त केवल 10 करोड़ 45 लाख किसानों को ही गई है। यानि 4 करोड़ से अधिक किसानों को किसान सम्मान निधि का लाभ नहीं दिया गया है। यही नहीं 12वीं किस्त का लाभ पाने वाले किसानों की संख्या घटकर 8 करोड़ 42 लाख पर पहुंच गई। सुरजेवाला ने कहा कि 11वीं और 12वीं किस्त पाने वाले किसानों की संख्या में 2 करोड़ से अधिक का अंतर है। उन्होंने कहा कि सम्मान निधि की राशि पाने वाले किसानों की संख्या लगातार घटती जा रही है। सांसद सुरजेवाला ने कहा कि ऐसा लगता है कि जो योजना किसानों को फायदा पहुंचाने के लिए शुरू की गई थी, उसे केंद्र सरकार धीरे-धीरे खत्म करना चाहती है।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत केंद्र सरकार द्वारा 1 दिसंबर 2018 को गई थी, जिसमें छोटे किसानों को आर्थिक लाभ देने की योजना लागू की गई थी। इस योजना के तहत 2 हेक्टेयर (4.9 एकड़) से कम भूमि वाले किसानों को केंद्र सरकार द्वारा प्रतिवर्ष 6 हजार रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। हर 4 महीने के बाद किसानों के खातों में किस्त के रूप में 2 हजार रुपए की राशि डाली जाती है। अक्टूबर माह में ही किसानों को पीएम सम्मान निधि की 12वीं किश्त दी गई है। बता दें कि कई राज्यों में किसानों में यह शिकायत की थी कि उन्हें सम्मान निधि की बारहवीं किश्त नहीं मिली है।