चीन की मोबाइल बनाने वाली कंपनी वनप्लस ने कहा है कि वह भारत में नए विनिर्माण निवेश की संभावनाएं तलाश करेगी, क्योंकि दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में विस्तार के बावजूद उसका प्रमुख फोकस भारत पर है। हमारी वैश्विक उपस्थिति हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बनी हुई है। वनप्लस के संस्थापक पीट लाउ ने कहा, ब्रांड के साथ-साथ हमारे उत्पाद की लॉन्चिंग के लिए भारत एक प्रमुख बाजार बना रहेगा। हम सभी मौजूदा बाजारों को प्राथमिकता देते हैं। कंपनी मिड-प्रीमियम स्मार्टफोन और स्मार्ट टीवी के साथ भारत में फ्लैगशिप डिवाइस बना रही है। वनप्लस भारतीय बाजार में रिटेल को और बढ़ाएगा। चीनी कंपनी ने इस साल की शुरुआत में भारत में दुनिया के सबसे बड़े वनप्लस एक्सपीरियंस स्टोर वनप्लस बुलेवार्ड को लॉन्च किया था। इसका उद्देश्य वनप्लस के प्रीमियम ब्रांड अनुभव को रिटेल ग्राहकों तक पहुंचाना था।
भारत बना पसंदीदा विनिर्माण केंद्र
चीन में राजनीतिक और स्वास्थ्य चुनौतियों के कारण एपल की सप्लायर कंपनियां भारत और वियतनाम को अपना पसंदीदा विनिर्माण केंद्र बना रही हैं। फॉक्सकॉन और ताइवानी असेंबलर पेगाट्रॉन कॉर्प जैसी कंपनियां असेंबली और पैकेजिंग के लिए चीन के बाहर अपना पांव पसार रही हैं। फॉक्सकॉन विनिर्माण क्षमता का 30 फीसदी हिस्सा ब्राजील और अन्य एशियाई देशों में ले जाना चाहती है। इन कंपनियों ने पहले ही कारखानों, उत्पादन लाइनों, उन्नत विनिर्माण प्रक्रियाओं में भारत में कर्मियों के प्रशिक्षण में निवेश किया है।
चेन्नई के पास ताइवानी कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर फॉक्सकॉन करीब 20 एकड़ की जमीन पर मेगा हॉस्टल का निर्माण तेजी से कर रही है। इसमें कई बड़े छात्रावास ब्लॉक होंगे। मौजूदा समय में फॉक्सकॉन के श्रीपेरंबदूर में इलेक्ट्रॉनिक्स कॉरिडोर में 15 हजार कर्मचारी काम कर रहे हैं। इसमें से अधिकांश महिलाएं हैं।