बतादें कि आयुक्त केवीएस चौधरी ने सोमवार को हुई वीसी में जोन और वार्ड प्रभारियों को सख्ती बरतने के निर्देश दिए है। दरअसल शनिवार को जो कुर्की के टेंडर लगने थे उनके लिए उपलब्ध कराई गई पेनड्राइव सही तरीके से काम नहीं कर पा रही थी। यही वजह है कि बचे हुए टेंडर सोमवार को लगाए गए। निगम की मानें तो जिन लोगों से वसूली का दबाव बनाया जा रहा है इनके द्वारा वर्षों से टैक्स जमा नहीं किया गया। इसी के चलते हर माह निगम कर्मचारियों की तनख्वाह समय पर नहीं मिल रही है।
सवा लाख लोगों से होगी वसूली
निगम आयुक्त ने वीसी के दौरान अतिक्रमण यांत्रिकी और अन्य विभाग से जुड़े कर्मचारियों को भी वसूली के लिए लगा दिया है। आयुक्त ने वीसी में इस बात के स्पष्ट निर्देश दिए कि अब अतिक्रमण वाचनालय सहायक और यांत्रिकी शाखा का अमला भी वसूली में सहयोग देगा। इस वर्ष सवा लाख खातेदारोंं के वर्तमान वित्तीय वर्ष का जलकर बकाया है।