उन्होंने कहा कि भाजपा राज्यपालों के जरिए विभिन्न राज्यों में समानांतर सरकार चलाने की कोशिश कर रही है। विभिन्न राज्यों में निर्वाचित सरकारों को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे नियुक्त राज्यपालों का व्यवहार और दृष्टिकोण हमारे संविधान का उपहास है। एमके स्टालिन ने कहा कि सिर्फ डीएमके ही नहीं बल्कि केरल में सीपीआई-एम तेलंगाना में बीआरएस पश्चिम बंगाल में टीएमसी और दिल्ली में आम आदमी पार्टी इसके खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजनीतिक खेल खेलने वाले राज्यपाल संघ के लोकतांत्रिक और संघीय स्वरूप के लिए शुभ नहीं हैं। इसे ठीक किया जाना चाहिए।