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युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक सिर चढ़कर बोल रहा पीएम का जादू, मीलों पैदल चलकर मोदी को देखने पहुंचे लोग

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रविवार को मेरठ में आयोजित रैली में शामिल होने के लिये आसपास के इलाकों से तमाम बुजुर्ग मीलों पैदल चलकर पहुंचे। इनमें से तमाम बुजुर्ग ऐसे ऐसे थे जिन्होंने मोदी के बारे में सिफर् सुना था उन्हें कभी देखा नहीं था।

सरधना तहसील के गांव बपारसी निवासी 84 वर्षीया लक्ष्मी ने बताया कि उन्होंने इससे पहले प्रधानमंत्री के रूप में इंदिरा गांधी को देखा था। उन्होंने बताया कि मोदी के बारे में बहुत सुना था इसलिये वह दिल में यह उम्मीद लगाये बैठी थीं कि एक बार उन्हें अपनी आंखों से जरूर देख लें। इस चाहत को पूरा करने के लिये वह पैदल ही यहां आ गयीं।

सरधना से ही आयीं 75 साल की सरोजा देवी ने बताया कि वह अपने गांव की चार पांच वृद्ध महिलाओं के साथ मोदी को देखने सुनने आईं हैं। उन्होंने कहा कि वैसे तो घर वाले ज्यादा उम्र होने के कारण घर से निकलने नहीं देते हैं लेकिन मोदी की रैली में आने की इच्छा को पूरा करने के लिये वे चुपके से यहां आ पहुंची।

इसी तरह 81 साल के बुजुर्ग शिवकुमार ने भी इलाके में खेल विश्वविद्यालय खुलने की जानकारी मिलने पर मोदी के कार्यक्रम में आने का फैसला कर लिया। शिवकुमार ने बताया कि सलावा स्थित आयोजन स्थल के पास में ही उनका गांव है। वहां से आने का जब कोई साधन नहीं मिला तो वह सलावा आने के लिये पैदल ही चल पड़े। उनका कहना था कि खेलों में अधिकांश बच्चे ग्रामीण परिवेश से ही आगे आ पाते हैं। खेलों में रुच रखने वाले बच्चों को अब नये खेल विश्वविद्यालय का लाभ मिलेगा।

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