जहां पहले मैच में ऋतुराज गायकवाड़ और शुभमन गिल ने अपना जलावा दिखाया था, वहीं दूसरे दिन पहले मैच में भानुका राजपक्षे, सैम करन और आंद्रे रसेल ने अपना जलवा दिखाया। दूसरे मैच में काइल मेयर्स, निकोलस पूरन और मार्क वुड ने शानदार प्रदर्शन किया। डेविड वॉर्नर ने भी अर्धशतकीय पारी खेली, लेकिन वह अपनी टीम को जीत नहीं दिला सके। दिन के पहले मुकाबले में राजपक्षे और करन की जोड़ी रसेल पर हावी रही और पंजाब किंग्स ने दिल्ली कैपिटल्स को डकवर्थ लुईस नियम के तहत सात रन से हराया। वहीं, दूसरे मैच में मेयर्स, पूरन और वुड की तिकड़ी डेविड वॉर्नर पर हावी रही। आइए जानते हैं कैसे पंजाब और लखनऊ ने अपना पहला मैच जीता।
पंजाब किंग्स के लिए भानुका राजपक्षे ने 32 गेंद में 50 रन बनाकर अच्छी शुरुआत दी। इसके बाद सैम करन ने 17 गेंद में नाबाद 26 रन बनाकर टीम को अच्छे स्कोर तक पहुंचाया। कोलकाता के लिए साउदी सबसे ज्यादा दो विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे, लेकिन उन्हें बाकी खिलाड़ियों का साथ नहीं मिला। वहीं, पंजाब के लिए अर्शदीप ने तीन विकेट लेकर शानदार प्रदर्शन किया। सैम करन, नाथन एलिस और सिकंदर रजा ने भी उनका साथ दिया।कोलकाता की टीम लक्ष्य का पीछा करते हुए मैच में बनी हुई थी। आंद्रे रसेल 18 गेंद में 35 रन बनाकर खेल रहे थे, लेकिन सैम करन ने उन्हें आउट कर अपनी टीम का पलडा मैच में भारी किया।
इसी का असर रहा कि अगले ओवर में वेंकटेश भी आउट हो गए और बारिश आने तक पंजाब की टीम डकवर्थ लुईस नियम के तहत सात रन से आगे हो गई। यही रन निर्णायक साबित हुए।शनिवार के दिन दूसरे मैच में काइल मेयर्स ने लखनऊ के लिए शानदार शुरुआत की। उन्होंने 38 गेंद में 73 रन जड़ दिए। इसमें सात छक्के और दो चौके शामिल थे। जब वह आउट हुए तब लखनऊ का स्कोर 100 रन था। यहीं से बड़े स्कोर की नींव रखी जा चुकी थी। इसके बाद निकोलस पूरन ने तेजी से रन बनाए और 21 गेंद पर 36 रन जड़ दिए। अब तक लखनऊ की टीम अच्छे स्कोर तक पहुंच गई थी।194 रन का पीछा करते हुए दिल्ली को अच्छी शुरुआत मिली थी, लेकिन मार्क वुड ने पारी के पांचवें ओवर में पृथ्वी शॉ को क्लीन बोल्ड कर दिया।
अगली ही गेंद पर उन्होंने शानदार फॉर्म में चल रहे मिचेल मार्श को पवेलियन भेज दिया। यहीं से दिल्ली की पारी लड़खड़ा गई। हालांकि, वुड इसके बाद भी नहीं रुके। उन्होंने खतरनाक बाउंसर पर सरफराज खान, अक्षर पटेल और चेतन साकरिया को भी आउट किया। वुड ने अपने चार ओवर में 14 रन देकर पांच विकेट लिए और अकेले ही दिल्ली की कमर तोड़ दी।ऋषभ पंत के बिना दिल्ली की टीम दबाव नहीं झेल पाई। हालांकि, कप्तान डेविड वॉर्नर एक छोर पर खड़े रहे और 48 गेंद में 56 रन की पारी खेली, लेकिन दूसरे छोर पर उन्हें किसी का साथ नहीं मिला। दिल्ली के सात बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा तक नहीं छू पाए। वॉर्नर के अलावा राइली रूसो (30 रन) ही लड़ने का थोड़ा जज्बा दिखा सके।