नई दिल्ली । थिंक टैंक न्यू अमेरिकन इकोनामी की रिपोर्ट मैं बताया गया है। अमेरिका में एक करोड़ अवैध अप्रवासी रह रहे हैं। इनमें 6 लाख भारतीय अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे हैं। अवैध रूप से जो भारतीय अमेरिका में आए हैं। वह मेक्सिको और कनाडा की सीमा से अवैध रूप से अमेरिका में आए हैं।
भारत में बहुत सारे ऐसे गैंग हैं। जो भारतीयों को टूरिस्ट वीजा बनाकर तुर्की और फ्रांस भेज देते हैं। वहां से कनाडा और मेक्सिको होते हुए अवैध रूप से अमेरिका पहुंचाया जाता है। कनाडा और अमेरिका की 9000 किलोमीटर की संयुक्त सीमा है। यूएस बॉर्डर पेट्रोलिंग ने 2022 में एक लाख अवैध प्रवासियों को पकड़ा था। इनमें अधिकतर मैक्सिकन और भारतीय नागरिक थे। अमेरिका में एंट्री दिलाने के लिए ऐसे एजेंटों की गैंग 60 से 70 लाख रूपये लेकर अमेरिका में अवैध रूप से प्रवेश कराती है।
अवैध रूप से जो अप्रवासी वहां पहुंच रहे हैं। उनसे अमेरिका की अर्थव्यवस्था मजबूत हो रही है। थिंक टैंक न्यू अमेरिकन इकोनामी की रिपोर्ट के अनुसार,अवैध रूप से रह रहे 6 लाख भारतीय अमेरिकी अर्थव्यवस्था को 23000 करोड़ रुपए का योगदान दे रहे हैं। अमेरिका में दस्तावेज नहीं होने के कारण इन्हें न्यूनतम मजदूरी का भी भुगतान नहीं होता है। वहीं अमेरिका की सरकार इन पर एक धेला भी खर्च नहीं करती है। अवैध रूप से जो अप्रवासी जा रहे हैं। अमेरिका की अर्थव्यवस्था को बहुत बड़ा योगदान दे रहे हैं। कम कीमत में करोड़ों मजदूर आसानी से उपलब्ध हो रहे हैं। अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे अप्रवासी भारतीयों की हालत बहुत ज्यादा खराब है।