पेट्रोल और डीजल की कीमतों में स्थिरता का दौर देश में पिछले दस महीने से बना हुआ है। हालांकि, कई शहरों में आज तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखा गया है। चेन्नई में पेट्रोल और डीजल के दाम में आंशिक कमी आई है। यहां रेट घटकर क्रमश: 102.63 रुपये प्रति लीटर और 94.24 रुपये प्रति लीटर हो गया है।
गुरुग्राम में पेट्रोल की कीमत 44 पैसे बढ़कर 97.10 रुपये हो गई, जबकि डीजल की कीमत 42 पैसे बढ़कर 89.96 रुपये प्रति लीटर हो गई। देहरादून और भोपाल में भी तेल के दाम बढे़ हैं, जबकि कोयम्बटूर, इंदौर, नासिक और पुणे में कीमतों में गिरावट देखी गई।
रोज सुबह अपडेट होते हैं नए रेट
तेल मार्केटिंग कंपनियां (OMCs) दुनिया भर में कच्चे तेल की कीमत के अनुसार हर दिन सुबह 6 बजे ईंधन की खुदरा कीमतों में बदलाव करती हैं। एक्साइज टैक्स, बेस प्राइसिंग और प्राइस कैप के जरिए केंद्र सरकार ईंधन की कीमतों को नियंत्रित करती है।
कैसे तय होते हैं पेट्रोल और डीजल के दाम?
मूल्य वर्धित कर (वैट), माल ढुलाई शुल्क, स्थानीय कर आदि जैसे विभिन्न मानदंडों के आधार पर राज्य द्वारा पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव होता है। ईंधन दरों में अंतिम देशव्यापी परिवर्तन पिछले साल 21 मई को हुआ था, जब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में 8 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 6 रुपये प्रति लीटर की कटौती की।
मई 2022 में केंद्र सरकार द्वारा उत्पाद शुल्क में कटौती के बाद से, कुछ राज्यों ने वैट की कीमतें कम की हैं, जबकि कुछ ने पेट्रोल और डीजल पर उपकर लगाया है। पेट्रोल और डीजल पर कुछ राज्यों ने सामाजिक सुरक्षा उपकर भी लगाया है।
क्या भविष्य में कम होगा पेट्रोल-डीजल का रेट
तेल मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने हाल ही में OMCs से पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतों में कटौती करने के लिए कहा था। अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें कम होती हैं और अगर OMCs की रिकवरी कम होती है तो भविष्य में पेट्रोल और डीजल के दाम कम भी हो सकते हैं। लागत मूल्य से कम कीमत पर पेट्रोल और डीजल बेचने के कारण ओएमसी को 21,200 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है।