ब्रेकिंग
पार्सल में आया बम, डिलीवरी लेते वक्त फटा; 2 लोग जख्मी मणिपुर में सुरक्षा बलों ने तेज की कार्रवाई, अलग-अलग सफल अभियानों में कई गोला-बारूद बरामद धक्का-मुक्की कांड: कल घायल सांसदों का बयान दर्ज कर सकती है क्राइम ब्रांच, CCTV फुटेज इकट्ठा करने की ... ‘बेशक कुछ लोगों ने…’, भुजबल की नाराजगी पर अब अजित पवार ने तोड़ी चुप्पी संगीता बलवंत ने नेहरू के जन्मदिन पर बाल दिवस मनाने पर उठाए सवाल, कही ये बात बिहार पंचायत के पुस्तकालयों में IAS के पिता की कई किताबें, मंत्री बोले- जांच कराई जाएगी एक दिन बड़ा आदमी बनूंगा…जब भरी महफिल में अनिल कपूर के कपड़ों का बना मजाक तो रोते हुए एक्टर ने खाई कस... सुरेश रैना का 24 गेंदों वाला तूफान, फाइनल में 9 चौके 1 छक्का जड़कर की रनों की बौछार नया बिजनेस शुरू करने के लिए 1 करोड़ काफी नहीं, बिड़ला ने क्यों कही ये बात? तिरुमाला के ‘श्री वेंकटेश्वर मंदिर’ में AI लाने की तैयारी, तीर्थयात्रियों को ऐसे होगा फायदा

कब है सीता नवमी? जानिए शुभ मुहूर्त और पूजन विधि

प्रत्येक वर्ष वैखाख मास के शुक्लपक्ष की नवमी तिथि को सीता नवमी का पावन पर्व मनाया जाता है. धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, इसी दिन जनकनंदिनी माता सीता (Maa Sita) का प्राकट्य हुआ था, इसीलिए इस तिथि को सीता नवमी या जानकी जयंती के नाम से जाना जाता है.

सीता नवमी (Sita Navami) के दिन विधि-विधान से माता सीता एवं प्रभु श्री राम की पूजा करने से महिलाओं को अखंड सौभाग्यवती होने का शुभ आशीर्वाद मिलता है. इस बार सीता नवमी का पावन पर्व 29 अप्रैल 2023 को मनाया जाएगा.

सीता नवमी शुभ मुहूर्त:-
हिंदू पंचांग के मुताबिक, वैशाख मास के शुक्लपक्ष की जिस नवमी तिथि को सीता नवमी का पर्व पड़ता है, वह इस बार 28 अप्रैल 2023 को सायंकाल 04:01 बजे से प्रारंभ होकर अगले दिन 29 अप्रैल 2023 को सायंकाल 06:22 बजे समाप्त होगा. इसलिए उदया तिथि के मुताबिक, सीता नवमी इस वर्ष 29 अप्रैल 2023 को ही मनाई जाएगी. पंचांग के मुताबिक, इस बार सीता नवमी की पूजा का शुभ मुहूर्त 29 अप्रैल को प्रात:काल 10:59 से दोपहर 01:38 बजे तक रहेगा.

पूजन विधि:-
इस दिन माता जानकी की पूजा करने के लिए प्रात:काल सूर्योदय से पहले उठें तथा इसके पश्चात् तन और मन से पवित्र होने के पश्चात् अपने घर के ईशान कोण में एक चौकी पर पीले रंग का कपड़ा बिछाकर उस पर माता जानकी एवं प्रभु श्री राम की प्रतिमा या फोटो लगाएं. फिर सियाराम को फल, फूल, चंदन, आदि चढ़ाएं तथा फिर शुद्ध घी का दीया जलाएं और माता जानकी के मंत्र ‘ॐ सीतायै नमः’ का पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ जप करें. इसके अतिरिक्त सीता नवमी के दिन माता जानकी की पूजा में खास तौर पर लाल रंग के फूल और श्रृंगार की सामग्री चढ़ाएं.

पार्सल में आया बम, डिलीवरी लेते वक्त फटा; 2 लोग जख्मी     |     मणिपुर में सुरक्षा बलों ने तेज की कार्रवाई, अलग-अलग सफल अभियानों में कई गोला-बारूद बरामद     |     धक्का-मुक्की कांड: कल घायल सांसदों का बयान दर्ज कर सकती है क्राइम ब्रांच, CCTV फुटेज इकट्ठा करने की कवायद तेज     |     ‘बेशक कुछ लोगों ने…’, भुजबल की नाराजगी पर अब अजित पवार ने तोड़ी चुप्पी     |     संगीता बलवंत ने नेहरू के जन्मदिन पर बाल दिवस मनाने पर उठाए सवाल, कही ये बात     |     बिहार पंचायत के पुस्तकालयों में IAS के पिता की कई किताबें, मंत्री बोले- जांच कराई जाएगी     |     एक दिन बड़ा आदमी बनूंगा…जब भरी महफिल में अनिल कपूर के कपड़ों का बना मजाक तो रोते हुए एक्टर ने खाई कसम     |     सुरेश रैना का 24 गेंदों वाला तूफान, फाइनल में 9 चौके 1 छक्का जड़कर की रनों की बौछार     |     नया बिजनेस शुरू करने के लिए 1 करोड़ काफी नहीं, बिड़ला ने क्यों कही ये बात?     |     तिरुमाला के ‘श्री वेंकटेश्वर मंदिर’ में AI लाने की तैयारी, तीर्थयात्रियों को ऐसे होगा फायदा     |