मुंबई। एनसीपी में सीएम बनने के लिए नए-नए चेहरे सामने आ रहे हैं। महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए जितने विधायक चाहिए वे एनसीपी के पास दूर-दूर तक नहीं लेकिन फिर भी मुख्यमंत्री बनने की होड़ लग गई है। अजित पवार के बाद जयंत पाटिल का नाम मुख्यमंत्री के लिए उछाला जा रहा हैं। कई जगह पोस्टर लगाकर नारेबाजी की जा रही है। इससे पार्टी दो फांक हो गई है। एनसीपी के पदाधिकारी आए दिन अजित पवार को मुख्यमंत्री बनाने वाले बयान देते रहते हैं। यह बात एनसीपी के कुछ दिग्गज नेताओं का रास नहीं आई। तो उन्होंने एनसीपी महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल का नाम भी उछाला है। गत दिनों इस संबंध में बाकायदा बैनर-पोस्टर भी लगाए गए। हालांकि पाटील का नाम चलाने वाले लोग अजित पवार की आंखों में चुभ रहे हैं। इससे पार्टी के अंदर ही तनातनी की स्थिति है। सूत्र कहते हैं कि जयंत पाटिल का नाम एनसीपी प्रमुख शरद पवार के इशारे पर उछाला गया, वर्ना तो अजित पवार के सामने किसी की क्या हिम्मत थी। जयंत पाटील का नाम सामने आने के बाद अजित पवार को भावी मुख्यमंत्री बनाने की मुहिम में उनके समर्थक पूरी ताकत से जुटे हुए हैं।
इस मामले में एनसीपी विधायक अमोल मिटकरी ने कहा है कि आज के हालात में महाराष्ट्र की राजनीति संभालने में अजित पवार से बेहतर नेता कोई और नहीं। खुद बीजेपी के दिग्गज नेता व देश के गृह मंत्री अमित शाह ने भी यह कबूल किया है। अमोल मिटकरी ने बीड में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि अजित पवार का मुख्यमंत्री बनना तय है। बस समय का इंतजार कीजिए। दूसरी तरफ अभिनेता और एनसीपी नेता अमोल कोल्हे ने सांगली में कहा है कि महाराष्ट्र जयंत पाटिल जैसे सुसंस्कृत, सुशिक्षित और सभ्य नेता के मुख्यमंत्री बनने की राह देख रहा है। मतलब पिक्चर साफ है कि मुख्यमंत्री पद को लेकर एनसीपी में दो फांक है।