मंगला चौक पर स्थित श्रीराम मेडिकल दुकान की तीन मंजिला बिल्डिंग शनिवार की सुबह 6:40 बजे अचानक भरभरा गिर गई। इस घटना के बाद हड़कंप मच गया। बिल्डिंग से सटाकर नगर निगम नाला निर्माण करा रहा है। बिना मापदंड व सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए इस निर्माण को ही घटना की मुख्य वजह बताई जा रही है।
घटना के बाद मंगला चौक व्यापारी संघ के अलावा आसपास के लोगों में भारी आक्रोश है। घटना में फिलहाल किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। लेकिन, घटना के बाद दहशत का माहौल है। लोग यहीं सोच रहे है कि यदि घटना 10 बजे के बाद होती तो शायद किसी की जान भी जा सकती थी। मुख्य मार्ग व चौक होने के कारण यहां सुबह 10 बजे के बाद भारी भीड़ नजर आने लगती है।
शहर में इन दिनों नाला व नाली का चौतरफा निर्माण हो रहा है। एक साथ निर्माण की वजह से जहां मार्ग बंद हो गए है वहीं इसकी वजह से जाम भी लगता है। निर्माण में सबसे बड़ी लापरवाही यह है कि एक भी मापदंड के अनुसार नहीं हो रहे हैं। सुरक्षा के इंतजाम करने में लापरवाही बरती जा रही है।
निगम के अधिकारियों को इतनी फुर्सत नहीं है कि जांच कर जरूरी इंतजामो को लेकर दिशा – निर्देश दे सके। मंगला चौक में निर्माणाधीन नाला निर्माण में भी यहीं देखने को मिल रहा था। श्री राम मेडिकल दुकान की बिल्डिंग से सटाकर नाले के लिए गड्ढे खोदे जा रहे थे। गड्ढे की खुदाई के लिए जेसीबी आदि का उपयोग किया जा रहा है। इसी वजह से बिल्डिंग की नींव कमजोर हो गई और पूरी बिल्डिंग भरभराकर गिर गई।
जिस समय यह हादसा हुआ आसपास चाय – नास्ते की दुकानों में लोग मौजूद थे। इसके अलावा मॉर्निंग वाक करने वाले सड़क पर थे। अच्छी बात यह है कि वह दूर थे। यदि सड़क से कोई गुजरते रहता या इसके नजदीक खड़े रहते तो चपेट में आ सकते थे। बिल्डिंग जब गिरी तो आसपास के बिजली खंभे भी सीधे सड़क पर जा रहे। इधर घटना की सूचना मिलने के बाद बड़ी संख्या में घटना स्थल पर भीड़ जुट गई। श्री राम दुकान के संचालक को भी सूचना दी गई। वह मौके पर पहुंचे और दुकान की हालत देख उनकी आंखें डबडबा गई। हालांकि तब तक और भी व्यापारी पहुंच चुके थे। सभी दुकान संचालक भरोसा दिलाते नजर आए। लोगो मे नगर निगम को लेकर भारी आक्रोश भी देखने को मिला।
500 मीटर दूर निगम आयुक्त का बंगला पर नहीं पहुंचे
घटना स्थल से बमुश्किल 500 मीटर दूरी पर नगर निगम के कमिश्नर कुणाल दुदावत का बंगला है। बंगले के नजदीक इतना बड़ा हादसा हो गया। लेकिन, वह मौके पर नहीं पहुंचे। इसी बात को लेकर लोगों में भारी आक्रोश नजर आया। उनका कहना है कि नगर निगम की लापरवाही की वजह इतनी बड़ी दुर्घटना हुई है।
मलबा हटाने से जेसीबी को लोगों ने रोका
घटना की सूचना मिलने एक घण्टे बाद सिविल लाइन टीआई परिवेश तिवारी मौके पर पहुंच गए। इस बीच सड़क पर बिखरे मलबे को हटाने के लिए जेसीबी बुलाए। जैसे ही मलबा हटाने का काम शुरू हुआ विरोध करने रहे व्यापारी व आम लोगों ने जेसीबी चालक को काम करने से रोक दिया। उनका कहना था कि दुकान संचालक की इतनी भारी भरकम क्षति की भरपाई कौन करेगा। जब तक पूरी भरपाई नहीं होती है या आश्वासन नहीं दिया गया हम सभी सड़क पर विरोध करते रहेंगे।