नेमावर। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव रविवार सुबह देवास जिले के दूरस्थ अंचल नेमावर पहुंचे। यहां उन्होंने जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत सिद्धनाथ घाट पर नर्मदा पूजन किया। उन्होंने घाट पर साफ सफाई भी की।
मुख्यमंत्री ने साधु संतों का सम्मान करके उनसे आशीर्वाद लिया। घाट किनारे अपने संबोधन में उन्होंने कहा भारतीय संस्कृति में तीज, त्योहार, पर्वों का अपना महत्व है। इनको ऋतु और मौसम के हिसाब से ऋषि मुनियों ने अपनी तपस्या, साधना से निर्धारित कर उपहार के रूप में हमें दिया है।
उन्होंने कहा कि गर्मी के सीजन में गंगा दशहरा पर्व आता है। नदी, नाले, कुएं, बावड़ियों, तालाब को व्यवस्थित कर उन्हें संरक्षित करने और जल संग्रहण की क्षमता बढ़ाने के लिए 16 जून तक विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
सीएम ने कहा कि इसके अंतर्गत 3574 करोड़ रुपये के काम पूरे प्रदेश में किए जाएंगे। देवास जिले में लगभग 5. 60 करोड़ रुपए की लागत से काम किये जा रहे हैं। अभियान के दूसरे चरण में करीब 5.5 करोड़ पौधे रोपने का संकल्प है।
डॉ मोहन यादव ने कहा कि वर्ष 2028 में उज्जैन में कुंभ पर्व होना है। सरकार इसके भी प्रयास कर रही है कि यह स्नान शिप्रा के जल से ही करवाया जाए। शिप्रा शुद्धिकरण सहित अन्य कार्य करवाए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री दंडी आश्रम भी पहुंचेंगे। वे इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं से मुलाकात भी करेंगे। मुख्यमंत्री का लगभग एक घंटा यहां रुकने का कार्यक्रम है। उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य में नमामि गंगे अभियान आरंभ किया है।