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गोला-बारूद नहीं अब ‘डिजिटल वॉर’ की तैयारी! रूस में बंद होने वाले हैं ये बड़े प्लेटफॉर्म

दुनिया इस वक्त कई युद्ध देख रहा है. कुछ होने के कगार पर हैं. जंग सिर्फ बंदूकों और तोपों तक सीमित नहीं है. वैश्विक स्तर पर ‘डिजिटल वॉर’ भी शुरू होता नजर आ रहा है. इसी बीच रूस ने एक बड़ा ऐलान कर दिया है. रूसी स्टेट ड्यूमा (रूसी संसद) के डिप्टी एलेक्सी डिडेन्को के अनुसार, रूस में गूगल, गूगल एंड्रॉयड और आईओएस को जल्द ही ब्लॉक कर दिया जाएगा. रूस में सरकारी अधिकारियों और नौकरशाहों को इन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने से बहुत पहले ही रोक दिया गया था. अब पुतिन इसे पूरे देश में लागू करने का प्लान है.

रूसी अधिकारी ने आगे कहा कि इन प्लेटफार्मों को प्रतिबंध उन लोगों पर विशेष तरह पर लगाया जाएगा जो गोपनीय जानकारी तक पहुंच रखते हैं. उन्होंने लोगों को हिदायत देते हुए कहा कि रूस की तरफ से यह पहला संकेत है. सभी को अन्य प्लेटफार्मों पर स्विच करने की आवश्यकता है. हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि ये कदम रूसी अधिकारियों द्वारा उठाया गया था या फिर किसी संबंधित प्लेटफार्मों द्वारा.

गूगल पर ललगेगा प्रतिबंध

रूसी अधिकारी इसे ‘Tragedy’ नहीं समझने को कहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि रूस में ऐसे कई और भी ऐप और प्लेटफार्म हैं जिनका इस्तेमाल किया जाता है. नेटफ्लिक्स इनमें से एक है. रूस के इस फैसले के बाद कई लोगों ने विरोध के स्वर उठाए, लेकिन कुछ ही समय में वो भी शांत हो गए.

रूसी मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, पहले ये बताया गया था कि रूस में गूगल सेवाओं पर प्रतिबंध लगाने के बाद रूसी वीडियो होस्टिंग सेवा प्लेटफॉर्म ठप हो गई है. वेबसाइट भी ठप हो गई है, और इसका पीछे का मुख्य कारण तकनीकी खराबी मानी जा रही है. हालांकि, रूसी अधिकारी के इस बयान के बाद सवाल खड़े हो रहे हैं कि गूगल का रूस में ठप होना, तकनीकी गड़बड़ी है या फिर जानबूझकर ऐसा किया गया है.

रूसी मीडिया चैनल को अनब्लॉक करने से इनकार

शुक्रवार को रूस ने आरोप लगाया था रूस में यूट्यूब की स्पीड काफी कम हो गई थी. ऐसा इसलिए क्योंकि गूगल ने देश में अपने उपकरणों को अपग्रेड नहीं किया था. साथ ही रूस ने ये भी आरोप लगाया कि गूगल ने रूसी मीडिया के चैनलों को अनब्लॉक करने से इनकार कर दिया. रूस ने गूगल से यूट्यूब और गूगल से कुछ कंटेंट हटाने को भी कहा था, जो नहीं किया गया जिसके बाद उन्होंने गूगल पर भारी जुर्माना भी लगाया था.

माना जा रहा है कि रूस इंटरनेट पर ऐसा कुछ भी नहीं छोड़ना या दिखाना चाहता है जो उसके नेताओं या देश के खिलाफ हो. दावा किया जा रहा है कि इसी कारण रूस ने गूगल पर कई प्रतिबंध भी लगाए हैं. रूस ने यूट्यूब की अपलोडिंग स्पीड भी बहुत कम कर दी है, जो आने वाले समय में 70% तक और कम हो सकती है.

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