जमीन के लिए खूनी खेल! पड़ोसियों ने दो भाइयों की धारदार हथियार से की हत्या, परिवार का आरोप- पुलिस बनी रही तमाशबीन
बिहार के पूर्णिया जिले के सरसी थाना क्षेत्र में मात्र 2 डिसमिल जमीन के लिए पड़ोसी ने धारदार हथियार से 2 सगे भाइयों की जान ले ली. वहीं उसे बचाने के क्रम में 3 महिलाएं भी गंभीर रूप से घायल हो गई हैं. मृतकों के परिजनों का कहना है कि जब आरोपी इस हत्या की घटना को अंजाम दे रहे थे, उस समय पुलिस घटनास्थल पर मौजूद थी. पुलिस ने किसी को भी बचाने की कोशिश नहीं की. मारपीट में घायल सभी लोगों को पूर्णिया मेडिकल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उपेंद्र राम और राजेंद्र राम को मृत घोषित कर दिया.
घटना की जानकारी देते हुए घायल सुमन देवी ने बताया कि साल 1999 से दो डिसमिल जमीन को लेकर पड़ोसी पांचू राम और वीरेंद्र राम से विवाद से विवाद चल रहा है. शुक्रवार देर शाम में राजेंद्र राम घर के आंगन स्थित हैंडपंप में कुछ काम कर रहा था. इसी दौरान पड़ोसी पांचू राम, वीरेंद्र राम, सुरेंद्र राम, गोनर राम, धीरेन्द्र राम, अमित राम, रविन्द्र राम, बेचन राम सहित अन्य लोग आया और मेरे भाई राजेंद्र राम को उठाकर आंगन से बाहर लेकर चले गए.
धारदार हथियार से की हत्या
हम सब कुछ समझ पाते इतने में इन लोगों ने धारदार हथियार से मेरा भाई पर हमले शुरू कर दिए. घर के अन्य लोग जब तक राजेंद्र राम को बचाने के लिए गए तो तेतरी देवी सहित अन्य महिलाओं ने सभी लोगों की आंखों में मिर्च फेंकने शुरू कर दी. वहीं इसके बाद सभी आरोपी मेरे भाई राजेंद्र राम को धारदार हथियार से काटने लगे, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. मृतक की बहन सुमन देवी ने बताया कि इस हमले में मेरे पति सिंटू राम, दूसरा भाई उपेंद्र राम और बहन बिसिका देवी गंभीर रूप से घायल हो गई है.
पुलिस ने नहीं की मदद
सुमन देवी ने बताया कि जिस समय आरोपियों ने इस घटना को अंजाम दिया, उस समय पुलिस भी मौके पर मौजूद थी. पुलिस ने किसी को भी बचाने की कोशिश नहीं की. मारपीट होते ही सभी भाग खड़े हुए. घटना के बाद गांव वालों की मदद से सभी घायलों को इलाज के लिए पूर्णिया जिले के GMCH में ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने जांच के बाद उपेंद्र राम और राजेंद्र राम को मृत घोषित कर दिया.
1999 से चला आ रहा विवाद
वहीं मृतक के दूसरी बहन सुशीला देवी ने बताया कि साल 1999 से ही दो डिसमिल विवादित जमीन के कागज उसके पिता लक्ष्मण राम के नाम से बने हुए है, लेकिन उसका पड़ोसी पांचू राम और वीरेंद्र राम ने गलत तरीके से जमीन का रशीद अपने नाम से कटवा ली थी. मृतक की बहन का दावा है कि जब वे लोग DCLR कोर्ट गए तो विपक्षी लोगों के कागजात को कोर्ट ने गलत बताया और फैसला हमारे पक्ष में सुनाया, लेकिन फिर भी विपक्षी लोग बलपूर्वक जमीन को हथियाना चाहते थे.
घटना के बाद से ही सभी आरोपी फरार हैं. मामलें की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के निर्देश पर सभी को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही हैं.