महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महा विकास अघाड़ी के बीच सीटों के बंटवारा पर शुरू हुआ विवाद अभी भी नहीं थमा है. इस बीच, एनसीपी के शरद पवार गुट के नेता और पूर्व मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने दावा किया है कि 95 फीसदी सीट को लेकर मामला सुलझ गया है. कुछ सीटों को लेकर विवाद है, वो भी जल्द सुलझ जाएगा. एमवीए जल्द अपने उम्मीदवारों का लिस्ट जारी करेंगे.
बता दें कि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को लेकर सीटों के बंटवारे को लेकर महायुति और महा विकास अघाड़ी के सहयोगी पार्टियों के बीच बातचीत चल रही है. महायुति में सीटों के विवाद का मुद्दा सुलझा लिया गया है, जबकि महा विकास अघाड़ी में अभी भी सीटों के बंटवारे पर विवाद कायम है.
महायुति के सहयोगी पार्टियों में से भाजपा, शिव सेना शिंदे गुट और एनसीपी अजित पवार गुट ने सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है.
कांग्रेस और UBT में जानें किन सीटों पर है विवाद
दरियापुर, चंद्रपुर, मुंबई की भायखला और वर्सोवा बुलढाना और वनी सीट को लेकर महा विकास अघाड़ी में मतभेद है. शिव सेना उद्धव ठाकरे गुट इन सीटों को लेकर मांग कर रही है, लेकिन कांग्रेस का तर्क है कि ये कांग्रेस की लिए मजबूत सीट है. इन सीटों पर कांग्रेस नंबर दो पर पिछले चुनाव में रही है. ऐसे में कांग्रेस छोड़ने को तैयार नहीं है.
विदर्भ की कुछ सीटों को लेकर महा विकास अघाड़ी में विवाद है. कांग्रेस को कुछ लोकसभा सीटें देने के बाद अब ठाकरे गुट विधानसभा में और सीटों पर चुनाव लड़ने पर अड़ा हुआ है. लेकिन कांग्रेस विदर्भ सीट ठाकरे गुट के लिए छोड़ने को तैयार नहीं थी.
कांग्रेस जारी कर सकती है उम्मीदवारों की पहली सूची
वहीं, कांग्रेस सूत्रों की माने तो आज रात कांग्रेस 50 के करीब उम्मीदवारों की सूची जारी कर सकती है. वहीं महा विकास अघाड़ी की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर भी सस्पेंस बना हुआ है.
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस अधिकतम 105 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. शिवसेना उद्धव ठाकरे समूह 95 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी शरद पवार गुट 84 सीटों पर चुनाव लड़ेगा.
चुनाव की घोषणा से पहले ही महाविकास अघाड़ी की सीटों के बंटवारे को लेकर बैठकें हो रही हैं. हालांकि, चुनाव की घोषणा के आठ दिन बाद भी महाविकास अघाड़ी को सीटें आवंटित नहीं की गई हैं. सीटों के आवंटन के लिए मैराथन बैठकें हुईं, लेकिन जगह आवंटन की समस्या का समाधान नहीं हुआ.
सीट आवंटन पर भिड़े संजय राउत और नाटा पटोले
सीटों आवंटन पर चर्चा के लिए महाविकास अघाड़ी में एक समिति नियुक्त की गई थी. कांग्रेस से नाना पटोले, ठाकरे गुट से संजय राउत, एनसीपी से जयंत पाटिल और कुछ अन्य नेता सीट आवंटन समिति में थे, लेकिन विदर्भ में सीटों को लेकर विवाद चरम पर पहुंच गया.
संजय राउत की जगह उद्धव ठाकरे ने यह रुख अपनाया कि अगर नाना पटोले चर्चा में होंगे तो हम चर्चा में शामिल नहीं होंगे. ये विवाद इतना बढ़ गया कि दिल्ली में कांग्रेस नेताओं को हस्तक्षेप करना पड़ा. कांग्रेस के महाराष्ट्र प्रभारी रमेश चेन्निथला ने उद्धव ठाकरे से मुलाकात की. दिल्ली में कांग्रेस की बैठकें भी हुईं.