दुःख तकलीफों को कम करने और भविष्य बताने के नाम पर ठग वस्त्रधारी सिद्धि प्राप्त साधु का रूप धरकर लोगों को ठगते हैं. ऐसा ही मामला अब रांची से सामने आया है. रांची पुलिस ने साधु का भेष धारण कर लोगों से ठगी करने वाले दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान हरियाणा के सोनीपत जिला के रहने वाले 32 वर्षीय सागर और साउथ वेस्ट दिल्ली के नजफगढ़ के रहने वाले लगभग 24 वर्षीय रविंद्र नाथ के रूप में हुई है.
पुलिस को दोनों आरोपियों के पास से दो सोने की अंगूठी और लगभग ₹2700 नगद बरामद किया है. पुलिस दोनों गिरफ्तार आरोपियों से साधु बनकर ठगी करने वाले गिरोह में शामिल अन्य लोगों के संदर्भ में पूछताछ कर रही है. पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों ने अपने जुर्म को स्वीकार करते हुए कहा कि त्योहार के मौके पर वह राजधानी रांची समेत आसपास के इलाकों में किराए पर होटल या लॉज में रूम लेकर रहा करते थे और लोगों को टारगेट करते थे.
महिला से पैसे और सोने की चेन ठगने का कर रहे थे प्रयास
मामले का खुलासा करते हुए रांची के एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया की 27 अक्टूबर को राजधानी रांची के चुटिया थाना क्षेत्र अंतर्गत निवारणपुर की रहने वाली महिला श्वेता सिन्हा को दो गेरुआ वस्त्र पहने हुए साधु ठगने की कोशिश कर रहे थे. आरोपियों को भविष्य में उनके और उनके परिवार के साथ बड़ी अनहोनी होने की बात कही. ठग महिला से पैसे और सोने की चेन ठगने का प्रयास कर रहे थे. ऐसे में महिला को उनपर शक हो गया और उसने धीरे से पुलिस को सूचना दे दी.
पुलिस ने कई सामान किया है बरामद
मामले की सूचना मिलते ही चुटिया थाना प्रभारी के नेतृत्व में गठित टीम ने छापेमारी की और निवारणपुर से साधु के भेष में दोनों ठगों को पकड़ लिया. पुलिस ने बताया कि कड़ाई से पूछताछ करने पर दोनों आरोपियों ने लोगों के साथ अनहोनी होने और जादू टोना और सांप का भय दिखाकर ठगी करने का जुर्म को स्वीकार कर लिया है. पुलिस ने दोनों आरोपियों के उस होटल में भी छापेमारी की जहां दोनों कमरा बुक कराकर रह रहे थे. छापेमारी के दौरान पुलिस को कमरे से से एक पोटली बरामद हुई, जिसमें सोने की दो अंगूठी इसके साथ ही कई अन्य सामान भी बरामद किया गया.
दोनों आरोपी गेरुआ वस्त्र पहनकर साधु के भेष में अपने पास एक पोटली रखते थे. पोटली में सांप समेत कई अन्य जादू टोना का सामान मौजूद रहता था. सुनसान स्थान पर किसी बुजुर्ग या महिला को देखकर उनसे बात करने लगते थे और उनके परिवार के साथ भविष्य में बड़ी अनहोनी या दुर्घटना होने का भय दिखाते थे. इसके बाद उन्हें झांसे में लेते हुए उनसे सोने के आभूषण या रुपए पैसे की ठगी कर फरार हो जाते थे.