उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में योगी के बुलडोजर पर भारी पड़ा हाई कोर्ट का हथौड़ा, जी हां यह कोई कहानी नहीं बल्कि हकीकत है. गाजीपुर के नगर पालिका इलाके के झंडातर मोहल्ले में नगर पालिका का एक बड़ा नाला है, जिससे लगभग आधे शहर का पानी गंगा में जाता है. उस नाले पर दस साल पहले तीन अवैध मकान बना लिए थे.जिस वजह से नाले की सफाई नहीं हो पा रही थी और लोग काफी परेशान थे. अब इस अवैध रूप से बने मकान को गिराने के लिए हथौड़ा चल रहा है.
नाले के ऊपर अवैध रूप से बनाए गए मकान के कारण बरसात के समय पूरा मोहल्ला तालाब बन जाता है. इस समस्या को लेकर स्थानीय लोगों ने जिलाधिकारी से लेकर नगर पालिका के अधिकारियों तक मदद की गुहार लगाई. हालांकि, यह लोगों हर बार मकान पर हाईकोर्ट के स्टे का बहाना बनाकर मामले को टाल दिया करते थे. इस बात से लोग काफी परेशान थे और अब उनको नेताओं पर भी भरोसा नहीं था.
नहीं हुआ हाईकोर्ट के आदेश का पालन
इन्हीं समस्याओं को लेकर इलाके के ही दो लोगों ने हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की. वहीं, याचिकी की सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने साल 2019 में अपने दिए गए निर्देश के कंप्लायंस की जानकारी मांगी, जिसमें हाईकोर्ट ने नगर पालिका को अतिक्रमणकारियों से बातचीत कर अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया था. लेकिन स्थानीय नेतागिरी के चक्कर में हाईकोर्ट के निर्देश का भी पालन नगर पालिका ने नहीं किया था.
6 नवंबर को होगी मामले की सुनवाई
नगर पालिका ने कई बार अवैध मकान को घर खाली करने के निर्देश दिए, लेकिन किसी ने भी किसी ने भी मकान नहीं खाली किया. एक बार फिर 6 नवंबर को हाईकोर्ट में इस मामले की तारीख पड़ी हुई है और उससे पहले नगर पालिका इस अतिक्रमण को गिराकर हाईकोर्ट में अपना अच्छा गुड वर्क दिखाना चाह रही है. जिसको लेकर रविवार की सुबह से ही नगर पालिका के अधिकारी और अन्य जनपद स्तरीय अधिकारियों की देखरेख में बुलडोजर की बजाय दर्जनों हथौड़े चलने शुरू हो गए है.
अतिक्रमण पर हथौड़े चलने से स्थानीय लोगों में खुशी
हथोड़ा चलते ही पूरे मोहल्ले में खुशी की लहर दौड़ गई. क्योंकि जिस समस्या से यहां के लोग पिछले 10 सालों से परेशान थे. उस समस्या से हथौड़ा चलने के बाद निजात मिलने की उम्मीद दिख रही है. स्थानीय लोगों ने हथौड़ा चलने और नाले पर पूरी तरह से अतिक्रमण खाली होने के बाद पूरे मोहल्ले में जश्न मना कर एक दूसरे को मिठाई खिलाने का भी ऐलान किया है.