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केंद्रीय मंत्री बोले- योगी को बुलडोजर वाला मुख्यमंत्री नहीं कहना चाहिए, भाजपा अपने पास दो बुलडोजर रखती है

गुन: उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की छवि भले ही देशभर में बुलडोजर वाले सीएम की बन गई हो, लेकिन मोदी सरकार के मंत्री एसपी सिंह की राय कुछ अलग है। आगरा से सांसद और केंद्र सरकार में पशुपालन व डेयरी राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल का मानना है कि योगी आदित्यनाथ को बुलडोजर वाला मुख्यमंत्री नहीं कहना चाहिए। बल्कि उन्हें लॉ एंड ऑर्डर दुरुस्त करने वाले सीएम के रूप में देखना जरूरी है।

एसपी सिंह बघेल सोमवार को गुना जिले के दौरे पर रहे। उन्होंने शहर की पुरानी गल्ला मंडी में अमृत तुलसी मसाले पार्क का लोकार्पण किया और पत्रकारों से बातचीत करते हुए बेबाक अंदाज में अपनी राय व्यक्त की। अपने गृहराज्य उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर एसपी सिंह बघेल का कहना था कि योगी या भाजपा अपने पास दो बुलडोजर रखते हैं। पहला सड़क निर्माण और विकास कार्यों के लिए होता है। दूसरे बुलडोजर अपराधियों को सबक सिखाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। बुलडोजर को लेकर सुप्रीम कोर्ट की ओर से गाइडलाइन जारी करने के सवाल पर बघेल का मानना था कि कई बार राज्यों की सरकारें अपने स्तर पर कानून बनाती हैं और उसी आधार पर काम करती हैं। सुप्रीम कोर्ट का फैसला सबसे ऊपर है। लेकिन कई कार्रवाईयां राज्यों के अपने एक्ट के आधार पर होती हैं। इसका उदाहरण पूर्व में भी चौधरी चरण सिंह द्वारा बनाए गए गुंडा एक्ट जैसे कानूनों से मिलता है।

हम भेदभाव नहीं करते

गैर भाजपा शासित राज्यों द्वारा केंद्र सरकार पर राशि आवंटन अथवा विकास कार्यों में सहयोग नहीं किए जाने के आरोपों को एसपी सिंह बघेल ने पूरी तरह से नकार दिया। उन्होंने अपने ही विकास का उदाहरण देते हुए बताया कि उनका मंत्रालय राज्यों की जनसंख्या के आधार पर राशि अथवा बजट आवंटित करता है। इसमें भाजपा या कांग्रेस अथवा अन्य दल शासित राज्य को नहीं देखा जाता है। एक निश्चित प्रक्रिया के तहत आवंटन होता है, भेदभाव की बातें निराधार हैं।

महाराष्ट्र में बनेगी महायुति की सरकार

केंद्रीय राज्यमंत्री सत्यपाल सिंह बघेल ने हाल ही में चुनाव राज्य महाराष्ट्र का दौरा किया है। वहां की चुनावी हवा पर बात करते हुए उन्होंने दावा किया कि महाराष्ट्र में इस बार भी भाजपा नेतृत्व वाली महायुति की सरकार बनेगी। बघेल को भरोसा है कि जिस तरह मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, हरियाणा और उड़ीसा जैसे राज्यों में चुनावी विश्लेषकों के अनुमान गलत साबित हुए हैं। उसी तरह महाराष्ट्र में चुनावी टक्कर या महायुति को चुनौती मिलने की बातें चुनाव नतीजे आने पर निराधा नजर आएंगी।

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