मध्य प्रदेश के दमोह में दलित दूल्हे को घोड़े पर बैठाना बग्गी वाले को भारी पड़ गया. गांव के कुछ लोगों ने उसे पकड़ लिया. उन्होंने बग्गी मालिक उसके 2 साथी और घोड़ी की जमकर पिटाई कर दी. मारपीट की घटना में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. घटना की जानकारी पुलिस को दी गई. दमोह पुलिस ने घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है. पुलिस ने मारपीट करने वाले तीन आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है.
बग्गी वालों से मारपीट करने वाले आरोपी घटना के बाद फरार हो गए. पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही है. घटना के बाद से गांव में दलित समाज दहशत में है. घटना से पहले गांव के ही कुछ अन्य लोगों ने गारंटी ली थी कि बरात चढ़ाने के दौरान कोई बात नहीं होगी. लेकिन बरात चढने के बाद आरोपियों ने बग्गी मालिक और उनके दो साथियों के साथ मारपीट कर दी.
गांव में आई थी दलित लड़की की बरात
घटना के मुताबिक, दमोह जिले की जबलपुर नाका पुलिस चौकी इलाके के गांव चोरई में दलित समाज की लड़की की बरात आई थी. लड़के पक्ष ने गांव में बारात चढ़ाने की तैयारी की थी, इसके लिए दमोह से दूल्हे के लिए घोड़ा बग्गी मंगाई गई थी. जैसे ही गांव के घोड़ा बग्गी पहुंची तभी वहां के कुछ लोगों ने दूल्हे को बग्गी पर बैठने पर एतराज जताया. उन्होंने दूल्हा और बारातियों से कुछ नहीं कहा बल्कि घोड़ा बग्गी लेकर आए उसके मालिक से दूल्हे को बैठाने से मना किया.
बग्गी वाले को पीटा, घोड़ी को भी नहीं छोड़ा
बग्गी वाले ने इसकी जानकारी दूल्हे पक्ष को दी. बात गांव में फैली और विरोध कर रहे लोगों को गांववालों ने समझा बुझाकर मामला खत्म करा दिया. थोड़ी देर बाद दूल्हा घोड़ा बग्गी पर बैठा और बारात चढ़ी. विरोध कर रहे लोगों को यह बात नागवार गुजरी. विरोध करने वाले लोगों ने बारात चढ़ाकर वापस लौट रहे घोड़ा बग्गी मालिक वो उसके साथियों को रोक लिया. उन्होंने बग्गी मालिक उसके दो साथियों और घोड़ी की पिटाई कर दी. किसी तरह वह लोग आरोपियों से बचकर भागे. उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस से की. पुलिस ने तीनों घायलों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया. उनकी शिकायत के आधार पर पुलिस ने 3 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.