धार्मिक नगरी अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ मनाई जा रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूजा की है. पुजारियों ने दूध, घी, दही, शहद और शक्कर से अभिषेक किया है. इस पावन अवसर पर पूरी अयोध्या नगरी भव्यता में डूबी हुई है. एक साल पहले मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी. बीते एक वर्ष में अयोध्या नगरी में बड़े बदलाव हुए हैं. मंदिर में भक्तों की भीड़, चढ़ावा, होटल्स, सड़क, जमीन से लेकर कारोबार में बेशुमार वृद्धि हुई है.
राम मंदिर निर्माण और अयोध्या में विकास कार्यों को देख स्थानीय लोग काफी खुश हैं. उनका कहना है कि यही असली रामराज्य है. उनका कहना है कि उन्होंने बीते एक साल में अयोध्या में बड़े बदलाव देखे हैं. उन्होंने बताया कि जमीन के दामों में तेजी आई है. सड़क, बिजली और पानी से लेकर हर सुविधाओं में बढ़ावा हुआ है. उनका कहना है कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या में भक्तों की संख्या बड़ी है, जिससे यहां रोजगार के अवसर भी बढ़े हैं.
3.50 करोड़ श्रद्धालु, 363 करोड़ का दान
अयोध्या में बीते वर्ष यानी 2024 में 22 जनवरी में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी. उसके बाद यहां दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है. आंकड़ों पर गौर करें तो बीते एक साल में करीब 3.50 करोड़ श्रद्धालुओं ने अयोध्या आकर रामलला के दर्शन किए हैं. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के मुताबिक, इस एक साल में दर्शन के लिए आए श्रद्धालुओं ने दिल खोलकर दान दिया. एक वर्ष के अंतराल में श्रद्धालुओं ने 363 करोड़ रुपए से ज्यादा का दान दिया. इसके अलावा श्रद्धालुओं ने 20 किलोग्राम सोना और 13 क्विंटल चांदी भी रामलला को भेंट की.
10 गुना बढ़े जमीन के दाम
बीते एक साल में अयोध्या नगरी भव्य हो गई है. यहां आधुनिक रेलवे स्टेशन, हवाई जहाज, होटल्स से लेकर सड़कों को आकर्षक रूप से सजाया गया है. रामपथ भक्ति पथ, राम की पैड़ी अयोध्या आने वाले लोगों को आकर्षित कर रहीं हैं. वहीं, शाम होते ही पूरा शहर एलईडी रोशन से जगमगा उठता है. इसके अलावा अयोध्या में जमीन केरेट में बेतहाशा वृद्धि हुई है. स्थानीय निवासियों का कहना है यहां दाम उछलकर 10 गुना तक पहुंच गए हैं.