उत्तर प्रदेश के मेरठ लोकसभा सीट से सांसद अरुण गोविल को हर कोई भगवान राम के किरदार के रूप में पहचानता है. यही कारण है कि वे ज्यादा सुर्खियों में बने रहते हैं. इस बीच उन्होंने एक और घोषणा की है, जिसके बाद वे एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं. अरुण गोविल ने कहा कि वे ‘घर घर रामायण’ अभियान की शुरुआत करने जा रहे हैं. इस अभियान के तहत वो 5 साल में 11 लाख श्रीरामचरितमानस बांटेंगे.
लोग कहते हैं कि मेरी सड़क बनवा दो, श्मशान की दीवार बनवा दो, नाली ठीक करवा दो। पानी की व्यवस्था करवा दो. लोगों की मांगें अपनी जगह ठीक हैं. लेकिन, मैं ये नहीं मानता हूं कि मैं सिर्फ इन चीजों के लिए आया हूं. मेरी जो शुरुआत है, वह घर-घर में आने वाले श्रीरामचरितमानस से है.
11 लाख रामायण बांटेंगे गोविल
अरुण गोविल ने कहा वो 5 साल में देश में 11 लाख श्रीरामचरितमानस बांटेंगे. घर-घर रामायण अभियान के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र भी लिखा है. 22 जनवरी को किठौर और हापुड़ से वे इसकी शुरुआत होन जा रही है. उन्होंने कहा कि रामजी की कृपा से वो ऐसा कर पाएंगे. श्रीरामचरितमानस पढ़ने का असर देश, समाज पर पड़ेगा. श्रीरामचरितमानस हमारी धरोहर है.
उन्होंने कहा कि श्रीरामचरितमानस जो हमें देती है, वह हमें लेना नहीं आता है. जिंदगी में सुखी रहने के लिए पॉजिटिवनेस बहुत जरूरी है. रामायण को 10 प्रतिशत भी जीवन में उतार लें तो कल्याण होगा.
हर भाषा में मिलेगी रामायण
खास बात ये है कि सांसद अरुण गोविल चाहते है गैर सनातनी भी इस को पढ़े उनके लिए भी श्री रामचरितमानस है. इसलिए अरुण गोविल ने वेबसाइट भी बनवाई है, और उस वेबसाइट के माध्यम से कोई भी जरूरत के हिसाब से श्री रामचरितमानस मंगवा सकता है. सांसद अरुण गोविल ने बताया कि हर भाषा में वह ऐसे जरूरतमंदों को रामायण उपलब्ध कराएंगे.
रामायण में श्रीराम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल का जन्म मेरठ में ही हुआ है. उनके पिता चंद्रप्रकाश गोविल मेरठ नगर पालिका से जलकल अभियंता थे.