जबलपुर में भीषण सड़क हादसा, ट्रैवलर-ट्रक में टक्कर, आंध्र प्रदेश के 7 लोगों की मौत; सभी महाकुंभ से लौट रहे थे
मध्य प्रदेश के जबलपुर में भीषण सड़क हादसा हुआ है. यहां सिहोरा के पास एक ट्रैवलर और ट्रक की टक्कर हो गई. इस हादसे में 7 श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि कुछ अन्य घायल बताए जा रहे हैं. सभी श्रद्धालु आंध्र प्रदेश के रहने वाले थे.सभी श्रद्धालु ट्रैवलर गाड़ी में सवार होकर प्रयागराज महाकुंभ से लौट रहे थे.
यह दुर्घटना सिहोरा के मोहला और बरगी के बीच हुई. जानकारी के अनुसार, सीमेंट से भरा एक ट्रक मोहला पुल से गलत दिशा में आ रहा था. इस दौरान सामने से आ रही ट्रैवलर गाड़ी से उसकी टक्कर हो गई. टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ट्रैवलर के परखच्चे उड़ गए और उसमें सवार सात श्रद्धालुओं की मौके पर ही मौत हो गई. हादसे में एक अन्य कार भी ट्रक की चपेट में आ गई, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर होते ही मौके पर चीख-पुकार मच गई. स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी, जिसके बाद राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया. कुछ श्रद्धालु गाड़ी के भीतर ही फंसे रह गए, जिन्हें निकालने के लिए प्रशासन और पुलिस की टीमें जुटी हुई हैं.
श्रद्धालु आंध्र प्रदेश के रहने वाले थे
जबलपुर के एडिशनल एसपी सूर्यकांत शर्मा ने बताया किट्रैवलर में सवार सभी श्रद्धालु आंध्र प्रदेश के रहने वाले थे. वे प्रयागराज में कुंभ स्नान के बाद वापस लौट रहे थे. लेकिन रास्ते में जब वे जबलपुर के सिहोरा क्षेत्र में मोहला और बरगी गांव के बीच पहुंचे, तभी यह दर्दनाक हादसा हो गया। हादसे की जानकारी मिलते ही प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंच गया। जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना, एसपी संपत उपाध्याय और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं.
हादसे में दो से तीन लोगों के घायल होने की भी खबर है. घायलों को सिहोरा तहसील के सरकारी अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर किया गया है. डॉक्टरों के अनुसार, कुछ घायलों की स्थिति गंभीर बनी हुई है. प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा देने का आश्वासन दिया है. पुलिस ने ट्रक चालक की पहचान कर उसे हिरासत में ले लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है.
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश है. उनका कहना है कि गलत दिशा से आ रहे भारी वाहनों के कारण पहले भी इस क्षेत्र में दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन प्रशासन द्वारा इस पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई.