दिल्ली विधानसभा में विपक्ष की नेता और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने सीएम रेखा गुप्ता के कार्यालय से डॉ. भीमराव आंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीर हटाने का आरोप लगाया है. आम आदमी पार्टी ने बीजेपी को दलित विरोधी करार दिया है. आतिशी का कहना है कि आज बीजेपी ने अपनी असली मानसिकता का प्रमाण देश के सामने रख दिया है. सदन में इस मुद्दे को लेकर AAP के विधायकों ने जमकर हंगामा किया. जिसके बाद अब इस मामले ने तूल पकड़ लिया है.
‘AAP के आरोप निराधार और भ्रामक’
बीजेपी नेताओं ने आम आदमी पार्टी के आरोपों को पूरी तरह निराधार और भ्रामक बताया. पार्टी के विधायक हरीश खुराना ने कहा कि कि यह विपक्ष का एक और झूठ है. विपक्ष झूठ फैलाकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है. खुराना ने ने कहा कि अंबेडकर और भगत सिंह हमारे लिए तस्वीरें नहीं, बल्कि आदर्श हैं. वहीं बीजेपी विधायक कैलाश गहलोत ने कहा कि आम आदमी पार्टी के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं है, इसलिए पार्टी फर्जी आरोप लगाकर राजनीतिक फायदा उठाना चाहती है. उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता सब देख रही है.
सदन में विपक्ष की नेता आतिशी ने किया दावा
दरअसल सदन में विपक्ष की नेता आतिशी ने दावा किया था कि सीएम रेखा गुप्ता ने अपने कार्यालय से बाबा साहेब अंबेडकर और शहीद भगत सिंह की तस्वीर हटा दी है. उन्होंने कहा था कि यह सिर्फ एक तस्वीर का मुद्दा नहीं, बल्कि एक विचारधारा को दबाने की कोशिश है. जिसके बाद सदन में हंगामा शुरू हो गया. आम आदमी पार्टी ने बीजेपी सरकार पर संविधान विरोधी मानसिकता अपनाने का आरोप लगाया.
‘PM की फोटो लगा दीजिए, लेकिन बाबा साहेब की मत हटाइए’
वहीं, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी इस मुद्दे पर नाराजगी जाहिर की. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए कहा दिल्ली की नई बीजेपी सरकार ने बाबा साहेब की फोटो हटाकर प्रधानमंत्री मोदी जी की फोटो लगा दी. ये सही नहीं है. इससे बाबा साहेब के करोड़ों अनुयायियों को ठेस पहुंची है. मेरी बीजेपी से प्रार्थना है. आप प्रधानमंत्री जी की फोटो लगा लीजिए, लेकिन बाबा साहेब की फोटो तो मत हटाइए. उनकी फोटो लगी रहने दीजिए.