पिता की हादसे में मौत, बेटे को साले ने मरवाया; सदमे में चली गईं मंजीत की मां… शादी के एक साल में परिवार तबाह
गाजियाबाद के बैंकर मनजीत मिश्रा की तीन दिन पहले ग्रेटर नोएडा के इकोटेक-3 में हत्या के बाद उसका परिवार तबाह हो गया है. इस तबाही की नींव तो उसी समय पड़ गई, जब मनजीत ने मेघा से शादी की. रही सही कसर इस शादी के 15 दिन बाद ही मनजीत मिश्रा के पिता की सड़क हादसे में मौत ने पूरी कर दी. उस घटना के बाद मनजीत के परिवार वालों ने मेघा को अपशकुन मान लिया.
मनजीत के घर वालों ने मेघा को बताया अपशकुन
संयोग से शादी के 15 दिन बाद ही मनजीत के पिता की सड़क हादसे में मौत हो गई. मनजीत के घर वालों ने इसे मुद्दा बना लिया. उन लोगों ने इस हादसे का ठिकरा मेघा के ऊपर फोड़ते हुए उसे अपशकुन करार दिया. कहा कि मेघा के घर में पांव पड़ते ही अनहोनी शुरू हो गई है. आरोप है कि इसी बात को लेकर आए दिन मेघा को ताने दिए जाते थे. इसका सीधा असर मेघा और मनजीत के रिश्ते पर भी पड़ा और इनके बीच मारपीट होने लगी.
एलिमनी ना देने पर कराई हत्या
करीब चार पांच महीने ऐसे ही चलता रहा. इसी बीच मनजीत ने इंदिरापुरम थाने में मेघा के खिलाफ शिकायत दी और उसे मायके पहुंचा दिया. मेघा भी मायके जाने के बाद मनजीत के खिलाफ शिकायत लेकर कोर्ट पहुंच गई और तलाक की अर्जी लगा दिया. मामला मध्यस्थता में पहुंचा और वहां मेघा की ओर से एक करोड़ रुपये की एलिमनी मांगी गई. जब मनजीत ने यह रकम देने से मना कर दिया तो गुस्से में मेघा के भाई सचिन ने अपनी दुकान में काम करने वाले प्रवीण के साथ मिलकर बीते 21 फरवरी को ग्रेटर नोएडा स्थित मनजीत के ऑफिस के बाहर उसकी हत्या करा दी.
सदमे में मनजीत की मां
इस घटनाक्रम में मनजीत और उसके पिता की तो मौत हो ही चुकी है, उसकी मां भी सदमे में चली गई है. आलम यह है कि इनकी शादी के एक साल के अंदर ही पूरा पिरवार तबाह हो गया है. तबाही का आलम केवल मनजीत के परिवार पर ही नहीं, मेघा के परिवार पर भी देखा जा रहा है. पुलिस ने मेघा के भाई को अरेस्ट कर जेल पहुंचा दिया है. वहीं खुद मेघा फरार है. उसके घर वाले भी गायब हैं. पुलिस का कहना है कि अभी तक मनजीत की हत्या में मेघा का कोई सीधा रोल नहीं आया है, लेकिन पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है.