रमजान का पाक महीना रविवार 2 मार्च से शुरु हो रहा है, जिसको लेकर देशभर में जोर शोर से तैयारियां की जा रही है. कल पहला रोजा रखा जाएगा. जम्मू- कश्मीर में भी रमजान को लेकर काफी उत्साह है. रविवार सुबह करीब 4 बजे पहले रोजे की सहरी की जाएगी. रमजान की पहली सेहरी से ही रमजान महीने की शुरुआत होती हैं जिसके चलते घाटी के बाजारों में काफी चहल पहल हैं और लोग जमकर खरीदारी कर रहे हैं.
इस बीच केंद्र शासित प्रदेश के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस मुबारक महीने में आवाम को सभी तरह की सुविधाएं मुहैया कराने का वादा किया है. सीएम का कहना है कि लोगों की जरूरतों का ख्याल रखना सरकार की जिम्मेदारी है और सरकार अपनी जिम्मेदारी निभाएगी. सीएम नेरमजान के महीने में बिजली, पानी, राशन समेत अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने पर जोर देते हुए कहा कि इस संबंध में प्रशासन की एक उच्च स्तरीय बैठक की गई जिस में इफ्तारी समेत सेहरी के समय बिजली और पानी माहिया रखने की हिदायत दी गई है.
खजूरों की हो रही बिक्री
रमजान के मौके पर कश्मीर के बाजारों में खजूरों की खूब बिक्री होती हैं. यहां भारत के साथ ही तमाम मुस्लिम देशों से लाए गए खजूर भी बिकते हैं. यहां के लोगों की पहली पसंद सऊदी अरब और ईरान से लाए खजूर की खास किस्में होती हैं जिस में बड़े खजूर “अम्बर” और “मबरूम” और रब्बी अजवा, कलमी, साफवी, मज़ाफ़ाती शामिल हैं. बाजार में लोगों की भीड़ उमड़ रही है, जिससे यहां की रौनक देखते ही बन रही है.
सबसे पाक महीना है रमजान
रमजान का महीना मुस्लिम धर्म में सबसे पवित्र महीना माना जाता है. इस पूरे महीने लोग अल्लाह की इबादत करते हैं. इस महीने की अहमियत इस वजह से भी हैं कि इसमें कुरान शरीफ के नाज़िल होने वाली रात लैलतुल कद्र भी होती हैं, जिसको मुस्लिम धर्म के अनुसार एक हजार साल से बेहतर माना जाता है. इससे अधिक कुरान और हदीस में इस महीने में हर एक नेकी के सवाब 70 गुना बढ़ने की भी बात स्पष्ट कही गई है.