महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर कहा कि जह वो राज्य के मुख्यमंत्री थे तब उनके कार्यकाल में मुख्यमंत्री लाडकी बहन योजन की शरुआत की गई थी. उन्होंने कहा कि तत्कालीन दोनों उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार के साथ मिलकर हमले फैसला लिया था. उन्होंने कहा क विधानसभा चुनाव के दौरान लाडकी बहनों ने महायुती सरकार को भर भर कर वोट दिया और हमारी सरकार बनवाई, ऐसे में अब बहनों के लिए हमारी जिम्मेदारी बढ़ गई है.
शिंदे ने कहा कि सभी लाडकी बहनों को आत्म सम्मान देना और आत्मनिर्भर बनाना यह हमारी जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि इसलिए सरकार ने महिलाओं के लिए कई योजनाओं की शरुआत की है ताकि वो खुद अपने पैरों पर खड़े हो सकें और आत्मनिर्भर बन सकें. शिंदे ने कहा कि एमआईडीसी की तरफ से भी स्वयं रोजगार योजना के लिए 35% का अनुदान दिया जाता है.
‘लाडली बहनों ने सौतेले भाइयों को घर पर बिठा दिया’
उपमुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जनधन योजना हो, उज्ज्वला योजना हो या फिर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना हो, ऐसी कई योजनाएं पीएम की तरफ से शुरू की गई हैं. उन्होंने कहा कि लाडकी बहनों ने विधानसभा चुनाव में महायुति का पूरा साथ दिया और सौतेले भाइयों को घर पर बिठा दिया.
‘1500 केदो इंस्टॉलमेंट अभी महिलाओं को दिए’
इसके साथ ही उपमुख्यमंत्री ने ये भी कहा कि हम लोगों ने कभी नहीं कहा कि प्रिंटिंग मिस्टेक है. शिंदे ने कहा कि 1500 के हमने दो इंस्टॉलमेंट अभी महिलाओं को दिए हैं और जहां तक 2100 रुपए की बात है जिसका वादा महायुती ने घोषणा पत्र में किया था तो सरकार उसकी भी योजना बना रही है. उन्होंने कहा कि घोषणा पत्र 5 साल का होता है हमने जो कहा है उसमें बिल्कुल परिवर्तन नहीं किया जाएगा. शिंदे ने कहा कि बाकी की सभी योजनाएं भी शुरू रहनी चाहिए और लाडली बहन योजना भी शुरू रखनी है साथ ही विकास भी होना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार इस योजना पर पूरी तरह से काम कर रही है
इसके साथ ही पुणे की घटना को लेकर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जो घटना हुई है उस घटना का जायजा लिया जाएगा और समाज को जो शर्मिंदा करने वाला जो भी काम करेगा उसे बक्शा नहीं जाएगा उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि घटना की जांच की जा रही है.