उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस ने अन्तर्राज्यीय अवैध हथियारों की तस्करी करने वाले गिरोह की सक्रिय सदस्य मुस्कान तिवारी को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने मुस्कान के पास से चार पिस्टल समेत सात मैगजीन बरामद की है. इससे पहले पुलिस ने मुस्कान तिवारी को उनके दो साथियों के साथ सुल्तानपुर जिले से गिरफ्तार किया था. उस दौरान पुलिस ने दो पिस्टल बरामद की थी.
लखनऊ पुलिस ने अवैध हथियारों की तस्करी करने के मामले में मुस्कान तिवारी पुत्री संतोष तिवारी जो जोनपुर जिले के रूदौली, थाना सरपतहा की रहने वाली है. पुलिस के मुताबिक, आरोपियों के पास से चार 32बोर की पिस्टल, 7 मैगजीन, 1 मोबाइल फोन बरामद किया गया है. आरोपियों को कैसरबाग बस स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया गया है.
अवैध असलहो एवं कारतूस की तस्करी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह के पूर्वांचल में सक्रिय होने की सूचनायें प्राप्त हो रही थी. इस संबंध में एसटीएफ की विभिन्न टीमों को अलर्ट किया गया था. वहीं आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए गए थे.
पहले भी हुई है गिरफ्तारी
एसटीएफ वाराणसी ने मुस्कान तिवारी व उसके साथी सत्यम को पिछले साल 15 दिसंबर को सुल्तानपुर जिले से गिरफ्तार किया था. उस दौरान दो पिस्टल बरामद की गई थी. वहीं जेल से रिहा होने के बाद आरोपी गिरोह के सरगना शुभम सिंह के संपर्क में आकर फिर से हथियारों की तस्करी करने लगा था.
मुस्कान तिवारी शुभम सिंह के प्रभाव में आ गई. सरगना शुभम सिंह ने योजना बनाई कि दो लोग एक साथ हथियार ले के जाने पर पकड़े जा रहे हैं. अब आगे से गैंग के सदस्य अकेले ही हथियार लेने-देने के लिए जायेगें. मुस्कान तिवारी अकेले ही मेरठ हथियार लेने गई.
आरोपी के पास से हथियार बरामद
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने मुस्कान तिवारी से पूछताछ की है. उसने बताया कि शुभम सिंह ने कहा था कि मेरठ में शोहराबगेट बस स्टेशन के पास एक लड़का 4 पिस्टल लाकर देगा. प्रत्येक पिस्टल की कीमत लगभग डेढ़ लाख रुपए है. हथियारों को जौनपुर जिले के शाहगंज में लाकर देना है. इसी योजना के तहत मुस्कान तिवारी मेरठ से पिस्टल लेकर बस द्वारा कैसरबाग बस स्टेशन पर पहुंची थी, जहां से शाहगंज के लिए बस पकड़ना थी. इसके लिए मुस्कान को 50 हजार रुपए मिले थे.
मुस्कान तिवारी ने पूछताछ में यह भी बताया कि उसने पहले भी कई बार कारतूस व असलहा लाकर शुभम सिंह के बताये स्थान पर दिए हैं.