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LIVE: कुछ ही दूरी पर है ‘फतेह’, सलामती के लिए पूरा देश कर रहा है दुआएं

संगरूरः सुनाम ऊधम सिंह वाला(मंगला, बांसल): गांव भगवानपुरा में 9 इंची बोर में गत वीरवार से फंसे फतेहवीर सिंह (2) को बचाने के लिए बचाव कार्य अंतिम पड़ाव में पहुंच चुका है लेकिन 9 जून को प्रात: 3 बजे बचाव कार्य उस समय रुक गया जब समानांतर बोरवैल में डाली गई सीमैंट पाइप की सबसे नीचे वाली पाइप का रिंग डिसलोकेट हो गया। उसके पश्चात 14 फुट की लोहे की मोटी चादर की पाइप डाली गई।

हाथों से खुदाई कर और मिट्टी निकाली गई। हाथों से खुदाई कर मिट्टी निकालने में जग्गा सिंह की भूमिका की हजारों व्यक्तियों ने सराहना की उसकी तबीयत आज खराब हो गई थी उसके बावजूद भी वह इस कार्य में अंतिम चरण तक जुड़ा रहा।फतेहवीर को बोरवैल से निकालने के पश्चात उसे डाक्टरी सहायता देने हेतु एक वैंटीलेटर युक्त व अन्य सुविधाओं वाली एम्बुलैंस का प्रबंध किया गया है, इस एम्बुलैंस में डाक्टरों की टीम उसे प्राथमिक मैडीकल सहायता देगी तथा उसकी जांच करेगी व उसे संगरूर सिविल अस्पताल तथा फिर डी.एम.सी. में ले जाने का निर्णय किया जाएगा। संगरूर से सिविल अस्पताल फतेहवीर के लिए सुरक्षित रखा गया है जिसमें 7-8 डाक्टरों की टीम लाइफ सेविंग दवाइयों के साथ तैनात है वहां डाक्टर प्रवीन (चाइल्ड विशेषज्ञ), डा. दविन्द्र आदि विशेषज्ञ हाजिर हैं, सिविल सर्जन डा. मनजीत सिंह ने डाक्टरों की बड़ी टीम को तैयार रखा हुआ है।

एस.डी.एम. सुनाम मनजीत कौर वीरवार से लगातार बचाव कार्यों की देखरेख कर रही हैं, आज विजयइंद्र सिंगला कैबिनेट मंत्री पंजाब, डी.सी. संगरूर घनश्याम थोरी, एस.एस.पी. संगरूर डा. संदीप गर्ग, एस.डी.ओ. केवल सिंगला, एस.पी. संगरूर हरिन्द्र सिंह, डी.एस.पी. सुनाम हरदीप सिंह, तहसीलदार गुरलीन कौर, शाह सतनाम ग्रीन फोर्स के सैंकड़ों लोग व पुलिस कर्मी हाजिर थे। फतेहवीर सिंह के पिता सुखविन्द्र सिंह, माता गगनदीप कौर, दादा रोही सिंह व परिवार के अन्य सदस्यों के चेहरे उनकी मानसिक स्थिति को बयान कर रहे थे। इस घटना ने करनाल (हरियाणा) के पिं्रस के साथ घटी घटना को भी याद करवाया तथा लोगों ने कहा कि प्रशासन ने बचाव प्रबंधों के बारे में किसी टैक्रोलॉजी का प्रबंध करने का यत्न नहीं किया। एन.डी.आर.एफ. की 26 सदस्यीय टीम बचाव कार्यों में जुटी हुई है।देर रात 2 बजे तक बचाव कर्मी सुरंग के माध्यम से 9 इंच के बोरवैल नहीं पहुंच पाए थे, फिलहाल बचाव कार्य जारी है

इस तरह हुआ हादसा
गौरतलब है कि सुनाम इलाके में पड़ते सुगरूर जिले के गांव भगवानपुरा निवासी सुखविंदर सिंह का परिवार खेत में काम कर रहा था। इस दौरान उनका खेल रहा 2 साल का बेटा फतेहवीर सिंह न जाने कब उस तरफ चला गया, जहां पिछले 10 साल से बंद पड़े बोरवेल को प्लास्टिक की बोरी से ढ़क रखा था। धूप और बारिश वगैरह में कमजोर हो चुकी बोरी पर जैसे ही बच्चे का पैर पड़ा, वह उसी में ही उलझकर बोरवैल में नीचे चला गया। बच्चा 120 फुट गहराई और 9 इंच की पाइप में फंस गया था। बच्चे के नीचे गिरने का पता चलते ही घर वालों के हाथ-पैर फूल गए। उन्होंने आनन-फानन में पुलिस प्रशासन को सूचित किया। प्रशासन घटनास्थल पर हाजिर हो गया व तुरंत बचाव कार्य शुरू कर दिया गया था। बच्चे को निकालने के लिए एन.डी.आर.एफ., डेरा प्रेमी और आर्मी की टीमें जुटी रही थी।

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