ब्रेकिंग
पन्ना के 50 करोड़ के 'हीरे' का राज़ खुला! खनिज अधिकारियों की टीम ने सुलझाया सस्पेंस, क्या था पूरा रह... धार में चमत्कार! रातों-रात अरबपति बना आम शख्स, खाते में आ गई 2800 करोड़ से ज़्यादा की रकम झारखंड में बड़ा स्वास्थ्य घोटाला: थैलेसीमिया पीड़ित 5 बच्चों को चढ़ा HIV संक्रमित ब्लड, रिपोर्ट पॉजि... CM मोहन यादव का तत्काल एक्शन! गंभीर BJP नेता मुकेश चतुर्वेदी को ग्वालियर वेदांता में कराया एयरलिफ्ट,... समाज के लिए आस्था! 8 साल से छठी मैया का व्रत रख रही बलिया की किन्नर, बेहद दिलचस्प है उनके त्याग और भ... असिन के पति हैं ₹1300 करोड़ के मालिक, एक्ट्रेस असिन की संपत्ति जान उड़ जाएंगे आपके होश! रात में बल्ब के पास मंडराने वाले कीटों से हैं परेशान? अपनाएं ये 5 अचूक घरेलू उपाय, तुरंत मिलेगी राहत हमास से हुआ सीजफायर, फिर क्यों गाजा में अभी भी हमले कर रहा इजराइल? क्रिएटर्स को बड़ी राहत! Reels के दीवानों के लिए आया नया फीचर, अब ये दिक्कत नहीं आएगी सामने वास्तु शास्त्र: भूलकर भी घर की छत पर न रखें ये 5 चीजें, हो सकते हैं कंगाल, तुरंत हटा दें।
पंजाब

आतंकियों के लिए बना ये Drone, भारत में हुआ तैयार, जानें Inside Story

भारत ने “ऑप्रेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर (पो.ओ.के.) के आतंकी ठिकानों पर हमला किया। इस ऑप्रेशन के तहत कुल 9 ठिकानों को निशाना बनाया गया है और खास बात यह रही कि भारतीय सेना द्वारा पहली बार बड़े स्तर पर पर Loitering Munition Systems यानी कामिकेज़ ड्रोन का इस्तेमाल किया।

सूत्रों अनुसार इस मिशन का हीरो रहा ‘स्काईस्ट्राइकर’, जो एक सुसाइड ड्रोन है। यह दुश्मन के ठिकानों को खोजकर खुद को उनमें विस्फोट कर देता है। इसे विदेश नहीं बल्कि बेंगलुरु की अल्फा डिजाइन टेक्नोलॉजीज़ और इज़रायल की एल्बिट सिस्टम्स ने मिलकर बनाया है। भारतीय सेना ने 2021 में इसके 100 से अधिक Units का ऑर्डर दिया था, और अब यह सेना की सबसे मारक क्षमताओं में शामिल हो चुका है।

अगर बात करें Loitering Munition की प्रमुख खूबियों की तो इसमें 100 KM तक की मारक क्षमता है,  5 से 10 K/G तक वारहेड ले जाने में सक्षम है, जो बेहद कम आवाज़ करके,  बिजली से चलता है और तो और कम ऊंचाई पर उड़कर दुश्मन की नजरों से बचता है । भारतीय सेना  Loitering Munition Systems की मदद से’सेंसर-टू-शूटर’ Operations को अंजाम दे सकती है, यानी कि दुश्मन की मौजूदगी की जानकारी मिलने पर तुरंत उस पर अटैक किया जा सकता है। इसकी खासियत एक यह भी है कि ये ड्रोन न सिर्फ दुश्मन को निशाना बनाते हैं बल्कि स्पेशल फोर्सेज और सैनिकों को रियल टाइम इंटेलिजेंस भी देते हैं, तांकि वे और अधिक सुरक्षित और प्रभावी हो सके।

बता दें कि कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकी हमला हुआ था। इसमें 26 पर्यटक मारे गए थे। पहलगाम अटैक के 15 दिन बाद उक्त कार्रवाई की गई।

Related Articles

Back to top button