बेटियां बहुत बचा लीं अब बेटों को बचाओ, राजा रघुवंशी मर्डर के बाद इंदौर में लगे पोस्टर

इंदौर के चर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस हत्याकांड ने एक नई बहस को भी जन्म दिया है। इंदौर शहर में पोस्टर लगाकर नया नारा गढ़ा जा रहा है, ‘बेटियां तो बहुत बचा लीं, अब बेटों को बचाओ।’ यह नारा ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान की तर्ज पर बनाया गया है, लेकिन इसके पीछे का दर्द और गुस्सा इंदौर की गलियों में साफ देखा जा सकता है।
पोस्टर में क्या?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इंदौर के एमआईजी थाने के सामने रोटरी पर यह पोस्टर लगाया गया है। इस पोस्टर में राजा रघुवंशी, सोनम और राज कुशवाहा की तस्वीर भी छपी है। पोस्टर में लिखा है, ‘बेवफा बीवी की खौफनाक साजिश, बेटियां तो बहुत बचा लीं, अब बेटों को बचाओ, राजा रघुवंशी को न्याय दिलाओ न्याय दिलाओ।’ ये पोस्टर किसने यहां लगाया यह पता नहीं चल पाया है। पोस्टर के निवेदक में ‘आवाज उठाओ’ लिखा है। बहरहाल ये पोस्टर पूरे शहर में चर्चा का विषय बन गया है। यहां से गुजरते लोग इसके बारे में बात कर रहे हैं।
क्या है राजा रघुवंशी मर्डर केस की कहानी?
22 मई 2025 को इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी अपनी नई-नवेली पत्नी सोनम के साथ हनीमून के लिए मेघालय गए थे। लेकिन यह रोमांटिक यात्रा जल्द ही एक मर्डर मिस्ट्री में बदल गई। 2 जून को राजा का शव चेरापूंजी की एक गहरी खाई में मिला, और चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि उनकी पत्नी सोनम ने अपने प्रेमी राज कुशवाहा के साथ मिलकर इस हत्या की साजिश रची थी। पुलिस ने सोनम को गाजीपुर से गिरफ्तार किया, और अब तक आठ लोग इस मामले में हिरासत में हैं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने भी पुष्टि की कि राजा की मौत धारदार हथियार से हमले के कारण हुई थी।
मेघालय और इंदौर पुलिस ने इस मामले में तेजी दिखाई है। हत्या में इस्तेमाल हथियार बरामद कर लिया गया है और जांच में कई नए खुलासे हो रहे हैं। राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने नार्को टेस्ट की मांग की है, ताकि सोनम और उसके साथियों की असलियत सामने आए। लेकिन इस पूरे मामले ने एक बड़ा सवाल खड़ा किया है: क्या समाज में बेटियों की तरह अब बेटों की सुरक्षा पर भी ध्यान देने की जरूरत है?