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एक किलोमीटर की सड़क गायब, मोहल्लेवासियों का गड्ढों से पड़ रहा वास्ता

बिलासपुर। मंगला चौक से आजाद चौक तक एक किलोमीटर सड़क गायब हो गई है। डामर का पता है और ना ही सड़क का। एक किलोमीटर के दायरे में 50 से अधिक बड़े-बड़े गड्ढे हैं। बारिश के इस मौसम में इस पर चलना जान जोखिम में डालने से कम नहीं है। यह जानते हुए मोहल्लेवासी व कालोनीवासी आवाजाही कर रहे हैं। मजबूरी है। दूसरा वैकल्पिक सड़क की हालत भी खराब है। ग्राम पंचायत मंगला अब नगर निगम का वार्ड क्रमांक 14 व 15 हो गया है। पहले यह बड़ी पंचायत थी और एक ही गांव शामिल था। बड़ी पंचायत को निगम सीमा में शामिल कर दो वार्ड में विभाजित कर दिया है।

दोनों ही वार्ड के रहवासियों के अलावा महर्षि स्कूल,पंडित दीनदयाल कालोनी सहित आधा दर्जन कालोनीवासियों के लिए यही एक मात्र सड़क है। मुख्य मार्ग से जैसे ही मंगला जाने के लिए दाहिने या बाईं ओर से आगे बढ़ेंगे कुछ कदम चलने के बाद गड्ढों से वास्ता पड़ता है। सड़क के नाम पर गड्ढे ही गड्ढे नजर आता है। छोटे नहीं बड़े और भारी भरकम। बारिश का मौसम में गड्ढों में पानी भरा हुआ है।

यही सबसे ज्यादा खतरनाक है। दिन में गड्ढों में पानी भरा होने के कारण यह पता नहीं चलता कि सड़क समतल है या फिर आगे गड्ढों में पानी भरा है। दोपहिया या चारपहिया वाहन चालक जब तक सोचे तब तक वाहन का चक्का सीधे धम से गड्ढों में पहुंच जाता है। दोपहिया वाहन सवार गड्ढों में गिरकर अपना हाथ पैर भी तोड़वा रह हैं। कपड़ा अलग खराब हो रहा है। और वाहन टूट फूट रहे हैं वह अलग। लोगों को चौतरफा नुकसान झेलना पड़ रहा है।

पानी के बाद कीचड़ से परेशानी

गड्ढों का पानी सूखने के बाद कीचड़ से लोगों की परेशानी बढ़ेगी। तब दोपहिया वाहन सवार फिसल-फिसल कर बेहाल होंगे। रात में इस सड़क पर सफर करना जोखिम से कम नहीं है। बीते एक साल से लोग परेशान है। बारिश के दिनों में गड्ढों में भरे पानी और कीचड़ से तथा गर्मी के दिनों में धूल के उड़ते गुबार से परेशानी झेलते हैं।

वैकल्पिक रास्ता भी बदला

मंगलवासियों से शहर पहुंचने इसके अलावा एक और वैकल्पिक मार्ग है। बाजार चौक से कुदुदंड होते हुए इंदिरा सेतू पहुंचने के लिए संपर्क सड़क है। यह पुरानी सड़क है। इस सड़क की हालत भी बदतर है। जगह-जगह गड्ढे बन गए हैं। घनी बस्ती होने के कारण सड़कों पर आवागमन का दबाव भी बना रहता है। लिहाजा मंगला व कालोनीवासी संपर्क सड़क के बजाय परेशानी झेलकर बदहाल सड़क से ही आनाजान कर रहे हैं।

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