बता दें कि जरूरतमंदों की मदद करने वाला विभाग जिला कल्याण आज खुद अपनी मदद को तरस रहा है। क्योंकि जिला कल्याण विभाग की इमारत काफी पुरानी हो चुकी है। कर्मचारियों को हमेशा डर लगा रहता है कि कहीं काम करते समय छत का प्लास्टर उनके ऊपर ना गिर जाए। इस विभाग में मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना, बीपीएल परिवार के लिए घर मरम्मत के लिए सहायता राशि सहित अन्य योजनाओं पर काम होता है। पीडब्ल्यूडी विभाग के जूनियर इंजीनियर सोनूपाल ने कहा की जिला कल्याण विभाग का कार्यालय जिस इमारत में बना हुआ है। उसे विभाग की तरफ से वर्ष 2021 में कंडम घोषित किया जा चुका है।
पलवल: पलवल के पुराना कोर्ट स्थित इमारत को पीडब्ल्यूडी विभाग ने बहुत पहले ही कंडम घोषित कर दिया था। उसकी छत से प्लास्टर गिरने लगे है। इसके बावजूद भी जिला कल्याण विभाग का कार्यालय चल रहा है। कर्मचारी भय के साए में रहकर कार्य कर रहे हैं। कभी भी उनके ऊपर प्लास्टर गिर सकता है। इससे बड़े हादसे की आशंका लगाई जा रही है, लेकिन विभाग द्वारा इसके मरम्मत के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है।