ब्रेकिंग
पंजाब में राहत कार्य जोरो पर: पिछले 24 घंटों में 4711 बाढ़ पीड़ित सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाए गए पंजाब में आपदा के बीच सेवा की मिसाल: आम आदमी पार्टी यूथ और महिला विंग बाढ़ राहत में सबसे आगे, मुश्कि... कृषि मंत्री ने मुख्य कृषि अफ़सरों के साथ वीडियो कान्फ़्रेंस के द्वारा बाढ़ प्रभावित जिलों की स्थिति का ... जीएसटी दर तार्किकरण के तहत राज्यों की वित्तीय स्थिरता के लिए मजबूत मुआवजा ढांचा तैयार किया जाए – हरप... मुख्यमंत्री की ओर से पंजाब के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों की निगरानी के लिए उच्... बाढ़ के बीच ‘आप’ विधायक ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का स्वरूप आदर-सम्मान से सुरक्षित पहुंचाया, सीएम,... दरभंगा में PM मोदी पर अभद्र टिप्पणी करने वाला गिरफ्तार, कांग्रेस से है जुड़ा देश के लिए सिर कटा देंगे, लेकिन सत्ता के लिए समझौता नहीं करेंगे- केजरीवाल ने साधा बीजेपी पर निशाना PM मोदी पर टिप्पणी कांग्रेस-RJD की निंदनीय हरकत, राहुल गांधी माफी मांगे- भजनलाल शर्मा जम्मू में कुदरत का त्राहिमाम: बारिश से मची तबाही में 45 की मौत, उजड़े सैकड़ों आशियाने… स्कूल-कॉलेज ब...
देश

दूरसंचार मंत्री ने भारत में निर्मित, डिज़ाइन किए गए उत्पादों की वकालत की, कहा- विदेश कंपनियां भी करें साझेदारी

नए जमाने की टेक्नोलॉजी में भारत की तीव्र प्रगति का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि 5जी नेटवर्क विकास के अपने अंतिम चरण में है। देश ने स्वदेशी रूप से 4जी कोर नेटवर्क और रेडियो नेटवर्क भी विकसित किया है

नई दिल्ली। दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को बेहतर गुणवत्ता और लागत का हवाला देते हुए भारत में डिजाइन और निर्मित उत्पादों को अपनाने की जोरदार वकालत की। मंत्री ने वैश्विक कंपनियों से भारतीय उद्यमियों, कंपनियों, निर्माताओं, स्टार्टअप्स और डेवलपर्स के साथ अधिक साझेदारी विकसित करने पर विचार करने का भी आग्रह किया। ‘इंडिया – टेलीकॉम 2022’ के उद्घाटन सत्र में बोलते हुए, मंत्री ने कहा कि हाल ही में शुरू किए गए व्यापक सेमीकंडक्टर कार्यक्रम को “अच्छी प्रतिक्रिया” मिली है।

नए जमाने की टेक्नोलॉजी में भारत की तीव्र प्रगति का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि 5जी नेटवर्क विकास के अपने अंतिम चरण में है। देश ने स्वदेशी रूप से 4जी कोर नेटवर्क और रेडियो नेटवर्क भी विकसित किया है, जबकि यह 6जी मानकों के विकास में भाग ले रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से हम विनियमन को कम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

उन्होंने उद्योग, शिक्षा जगत, संगठनों और वैश्विक कंपनियों से भारत में डिजाइन और निर्मित उत्पादों पर गंभीरता से विचार करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, ये बेहतर गुणवत्ता लाएंगे और साथ ही वे टेक्नोलॉजी के स्तर पर मजबूत होंगे।

भारत इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग के एक प्रमुख हब के रूप में उभरा है। उन्होंने कहा कि देश में इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण लगभग 75 अरब डॉलर का है।

यह 20 प्रतिशत से अधिक सीएजीआर से बढ़ रहा है, अब हमने एक प्रमुख सेमीकंडक्टर कार्यक्रम शुरू किया है। उन्होंने वैश्विक कंपनियों से भारतीय उद्यमियों, कंपनियों, निर्माताओं, स्टार्टअप्स और डेवलपर्स के साथ मिलकर काम करने पर गंभीरता से विचार करने की अपील की।

Related Articles

Back to top button