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गर्भ निरोधक प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनी को बेच रही है सरकार, बोली लगाने की समयसीमा 14 मार्च तक बढ़ाई

सरकार ने एचएलएल लाइफकेयर की रणनीतिक बिक्री को संभावित खरीदारों के लिए रुचि पत्र जमा करने की समयसीमा दूसरी बार बढ़ाकर 14 मार्च कर दी है। निवेश और लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग  ने स्वास्थ्य क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रम में 100 फीसदी हिस्सेदारी की बिक्री के लिए पहले 14 दिसंबर, 2021 को शुरुआती बोलियां आमंत्रित की थीं। ईओआई जमा करने की अंतिम तारीख 31 जनवरी, 2022 थी, जिसे बाद में बढ़ाकर 28 फरवरी किया गया था। विभाग का कहना है कि इच्छुक बोलीदाताओं ने समयसीमा बढ़ाने का आग्रह किया था, जिसके बाद यह कदम उठाया गया है। अब ईओआई जमा करने की अंतिम तारीख 14 मार्च होगी।

दीपम द्वारा पात्र इच्छुक बोलीदाताओं को सूचित करने की तारीख भी एक पखवाड़ा बढ़ाकर 28 मार्च कर दी गई है। HLL लाइफकेयर स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत आने वाला सार्वजनिक उपक्रम है। यह कंपनी कई प्रकार के गर्भ निरोधक उत्पाद, महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी उत्पाद, अस्पतालों के लिए आपूर्ति तथा अन्य फार्मा उत्पादों का विनिर्माण और विपणन करती है।

हेल्थकेयर और डायग्नोस्टिक सर्विसेज भी प्रदान करती है। साथ ही यह स्वास्थ्य क्षेत्र में चिकित्सा उपकरणों की खरीद के लिए सलाहकार सेवाएं भी देती है। इसके साथ ही कंपनी स्वास्थ्य सेवा से जुड़ी ढांचागत परियोजनाओं के लिए अनुबंध पर सेवाएं भी प्रदान करती है। एचएलएल घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों बाजारों की जरूरतों को पूरा करती है। 31 मार्च, 2021 तक एचएलएल की अधिकृत पूंजी 300 करोड़ रुपये और चुकता शेयर पूंजी 15।53 करोड़ रुपये थी। बोलियां की समयसीमा बढ़ाने से एचएलएन की रणनीतिक बिक्री अब अगले वित्त वर्ष में पूरी हो सकेगी सरकार ने 2022-23 के लिए 65,000 करोड़ रुपये का विनिवेश लक्ष्य निर्धारित किया है, जो 31 मार्च को समाप्त होने वाले चालू वित्त वर्ष के 78,000 करोड़ रुपये के अनुमान से कम है। चालू वित्त वर्ष में सरकार ने सार्वजनिक उपक्रमों के विनिवेश और रणनीतिक बिक्री से 12,030 करोड़ रुपये जुटाए हैं। इसमें एअर इंडिया के निजीकरण से 2,700 करोड़ रुपये और अलग-अलग सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों में अल्पांश हिस्सेदारी बिक्री से जुटाए गए 9,330 करोड़ रुपये शामिल हैं।

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