भोपाल । राजधानी के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में सातवां धर्म-धम्म सम्मेलन आज से शुरू होने जा रहा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु इस सम्मेलन का शुभारंभ करेंगी। पांच मार्च तक चलने वाले इस आयोजन में भूटान, श्रीलंका, इंडोनेशिया, नेपाल और भारत के संस्कृति मंत्री भाग लेंगे। सम्मेलन ‘नए युग में मानववाद का सिद्धांत” विषय पर हो रहा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु दोपहर करीब साढ़े ग्यारह बजे विशेष विमान से दिल्ली से भोपाल पहुंचीं। राजा भोज विमानतल के स्टेट हैंगर पर राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनका आत्मीय स्वागत किया। यहां से राष्ट्रपति मुर्मु कार्यक्रम स्थल के लिए रवाना हो गईं। इस कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद वह वापस दिल्ली रवाना हो जाएंगी। कार्यक्रम में राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शामिल होंगे।
गौरतलब है कि धर्म-धम्म के वैश्विक विचारों को एक मंच प्रदान करने वाले इस सम्मेलन में 15 देशों से 350 से अधिक विद्वान शामिल हो रहे हैं। इसमें भूटान, मंगोलिया, श्रीलंका, इंडोनेशिया, थाइलैंड, वियतनाम, नेपाल, दक्षिण कोरिया, मॉरिशस, रूस, स्पेन, फ्रांस, अमेरिका और ब्रिटेन की सहभागिता रहेगी। इसमें 115 शोध पत्र पढ़े जाएंगे। परिचयात्मक (कीनोट) सत्र में राम जन्मभूमि न्यास के सचिव स्वामी गोविंद देव गिरी महाराज, श्रीलंका के प्रो. कोटापितिये राहुल अनुष्का थेरो और स्वामीनारायण शोध संस्थान अक्षरधाम के महोमुखोपाध्याय साधु भद्रेश दास अपने विचार व्यक्त करेंगे। मुख्य सत्र में अमेरिका से प्रो. डेविड फ्राले, ब्रिटेन के डा. इयान बेकर, दक्षिण कोरिया के प्रो. जियो ल्योंग ली, थाइलैंड से डां. सुपची वीरपुचांग, चिन्मय मिशन के स्वामी मित्रानंद और पंजाब केंद्रीय विवि के चासंलर प्रो. जगबीर सिंह मौजूद रहेंगे