करीब एक करोड़ रुपये की टैक्स चोरी के मामले में गाजियाबाद से आई विशेष अनुसंधान शाखा (एसआईबी) की टीम ने स्थानीय पुलिस बल के साथ रविवार दोपहर मेरठ रोड स्थित अशोक कालोनी में व्यापारी के घर और जिला मेरठ के थाना खरखौदा क्षेत्र स्थित धीरखेड़ा इंडस्ट्रीयल एरिया में उसकी बर्तन फैक्ट्री पर छापा मारा।
इस कार्रवाई के बाद स्थानीय व्यापारियों में अफरा-तफरी का माहौल बना गया। बर्तन व्यापारियों ने कार्रवाई से आक्रोशित होकर हंगामा करते हुए बाजार बंद कर दिया। उधर, दोनों स्थानों पर टीम के सदस्य दस्तावेज खंगालने में जुटे हैं।
कोतवाली क्षेत्र के मेरठ रोड स्थित अशोक कालोनी में रहने वाले संजीव जैन बर्तन व्यापारी हैं। जिला मेरठ के थाना खरखौदा क्षेत्र स्थित धीरखेड़ा इंडस्ट्रीयल एरिया में व्यापारी के पुत्र सिद्धांत के नाम से मंगलम इंडस्ट्रीज नामक बर्तन फैक्ट्री है।
घर पर भी की छापामार कार्रवाई
रविवार दोपहर गाजियाबाद की एसआइबी में ज्वाइंट कमिश्नर जिलाजीत और डिप्टी कमिश्नर बीके दीपांकर की अगुवाई में 20 सदस्य टीम गाड़ियों में सवार होकर टीम के अधिकारी व्यापारी के घर व फैक्ट्री पर पहुंचे। टीम के साथ स्थानीय पुलिस भी मौजूद थी। टीम के सदस्यों और पुलिस ने व्यापारी की के घर और फैक्ट्री पर कर लिया।
दस्तावेज खंगाल रही टीम
मामले की जानकारी पर स्थानीय व्यापारियों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। टीम ने फैक्ट्री न मालिक को मौके पर बुलाकर दस्तावेज कब्जे में लिए और जांच शुरू कर दी है। असिस्टेंट कमिश्नर गौरव राजपूत ने बताया कि जांच में पता चला कि पिछले कुछ वर्षों से खरीद-फरोख्त से लेकर बिलों के माध्यम से टैक्स चोरी करना सामने आया है। फैक्ट्री जीएसटी के दस्तावेजों में घोषित नहीं है।
छानबीन जारी
फर्म के द्वारा अत्याधिक मात्रा रिफंड क्लेम किया गया है।काफी दिनों से टीम के सदस्य व्यापारी पर निगाह जमाए हुए थे। फिलहाल एक करोड रुपये की टैक्स चोरी करने की बात प्रकाश में आई है। छानबीन चल रही है। जिसके बाद ही टैक्स चोरी की सही जानकारी हो सकेगी।
बाजार बंद कर जताया रोष
छापामार कार्रवाई से व्यापारियों में आक्रोश व्याप्त हो गया। उन्होंने बर्तन बाजार की सभी दुकानों को बंद कर दिया। काफी संख्या में व्यापारी एकत्र होकर बर्तन व्यापारी की फैक्ट्री पर पहुंचे और उत्पीड़न का आरोप लगाकर हंगामा शुरू कर दिया। व्यापारियों और टीम के सदस्यों के साथ नोकझोंक भी हुई। अधिकारियों और पुलिस ने व्यापारी को समझाने का प्रयास किया। जिसके बाद व्यापारी शांत हुए। पूरे दिन बर्तन बाजार बंद रहने से करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है।