केन्द्र सरकार ने कोंकणी सहित 13 क्षेत्रीय भाषाओं में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) के लिए कांस्टेबल (सामान्य ड्यूटी) परीक्षा आयोजित करने के फैसला लिया है। इस फैसले के लिए गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने शनिवार को केन्द्र सरकार को धन्यवाद दिया।गोवा के सीएम प्रमोद सावंत ने ट्विटर पर इस ऐतिहासिक निर्णय के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इस कदम से सीएपीएफ में शामिल होने की इच्छा रखने वाले स्थानीय युवाओं के लिए और अवसर खुलेंगे।
उन्होंने ट्वीट करते हुए कह,मैं माननीय पीएम नरेन्द्र मोदी व केंद्रीय गृह मंत्री को कोंकणी सहित 13 क्षेत्रीय भाषाओं में कांस्टेबल (जीडी) सीएपीएफ परीक्षा आयोजित करने के ऐतिहासिक निर्णय के लिए धन्यवाद देता हूं। यह निश्चित रूप से उन स्थानीय युवाओं के लिए अधिक अवसर खोलेगा जो सीएपीएफ में शामिल होने की इच्छा रखते हैं।इस परीक्षा के प्रश्न पत्र हिंदी और अंग्रेजी के अलावा, 13 क्षेत्रीय भाषाओं – असमिया, बंगाली, गुजराती, मराठी, मलयालम, कन्नड़, तमिल, तेलुगु, ओडिया, उर्दू, पंजाबी, मणिपुरी और कोंकणी में सेट किया जाएगा।
एक ऐतिहासिक फैसले में, गृह मंत्रालय ने हिंदी और अंग्रेजी के अलावा 13 क्षेत्रीय भाषाओं में सीएपीएफ के लिए कांस्टेबल (सामान्य ड्यूटी) परीक्षा आयोजित करने को मंजूरी दी है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि सीएपीएफ में स्थानीय युवाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने और क्षेत्रीय भाषाओं को प्रोत्साहित करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की पहल पर यह निर्णय लिया गया है।मंत्रालय की ओर से ट्वीट किया गया, “एक ऐतिहासिक निर्णय में, MHA ने 13 क्षेत्रीय भाषाओं में भी कांस्टेबल (GD) CAPF परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया है। यह सीएपीएफ में स्थानीय युवाओं की भागीदारी को प्रोत्साहन देगा। यह निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की क्षेत्रीय भाषाओं को विकसित करने और प्रोत्साहित करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।