ग्वालियर। 28 मई को जेष्ठ माह की अष्टमी है। आज उमा ब्रम्हाणि का व्रत रखा जाता है। उमा ब्रम्हाणी का व्रत रखने से घर में सुख, समृदि्ध और सौभाग्य की बढ़ोत्तरी होती है। ज्योतिषाचार्य डा. सतीश सोनी के मुताबिक इस व्रत को हर सुहागिन महिला को रखना चाहिए। उमा नाम मां पार्वती का ही दूसरा नाम है। मां पार्वती भी शक्ति का एक रूप हैं। इसलिए ज्येष्ठ अष्टमी को इनकी पूजा करने से सुख और सौभाग्य आता है।
क्या करें व्रत के दौरान
अष्टमी को उमा ब्रह्माणी व्रत रखने के दौरान सुहागिन महिलाएं भविष्योत्तर पुराण के अनुसार ज्येष्ठ शुक्ल नवमी को हो सके तो आसपास कन्याएं – बेटियां छोटी -छोटी हो तो उनको दूध और चावल की खीर का भोजन करायें। खुद भी खायें और मां पार्वती के नाम का थोड़ा जप कर दें और मां के मंत्र बोलेें। इन मंत्रों को पूजा के दौरान बोल सकते हैं। इन मंत्रों के साथ जाप करने से घर में सुख, समृदि्ध, धन और सौभाग्य बढ़ता है।
– ॐ पार्वत्यै नमः
– ॐ शंकरप्रियायै नमः
– ॐ गौरियै नमः
– ॐ उमायै नमः
सफलता व राजयोग के लिए ये पूजा भी कर सकते हैं
30 मई 2020 शनिवार को शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि है। अगर काम धंधा करते समय सफलता नहीं मिलती हो या विघ्न आते हों तो शुक्ल पक्ष की अष्टमी को बेल के कोमल कोमल पत्तों पर लाल चन्दन लगा कर मां जगदम्बा को अर्पण करें और ये मंत्र बोले ” ॐ ह्रीं नमः। ॐ श्रीं नमः। ” और थोड़ी देर बैठ कर प्रार्थना और जप करने से राज योग बनता है।