भारत सरकार की सबसे पुरानी संगठित सेवाओं में से एक, केंद्रीय सचिवालय सेवा (सीएसएस) ने इस वर्ष राष्ट्र के लिएअपनी उत्कृष्ट सेवा के 104 वर्ष पूरे कर लिए हैं। सीएसएसअधिकारी केंद्रीय स्तर पर अपने मजबूत प्रशासनिक कौशल केलिए जाने जाते हैं, विभिन्न प्रकार के कार्य करते हैं और अपनेसंबंधित मंत्रालयों में कई भूमिकाएं निभाते हैं।
केंद्रीय सचिवालय सेवा इंपीरियल सचिवालय सेवा से विकसित हुई, जो 1919 में मोंटागु-चेम्सफोर्ड सुधारों के अंतर्गत स्थापित लेवेलिन-स्मिथ समिति की शाखाओं में से एक के रूप में अस्तित्व में आई। स्वतंत्रता के समय, इंपीरियलसचिवालय सेवा का नामकरण बदलकर केंद्रीय सचिवालयसेवा कर दिया गया था। तब से, सीएसएस अधिकारियों कीभूमिकाओं और कार्यों में कई गुना बदलाव आए हैं। इस मोड़पर, सीएसएस केंद्र सरकार की नीतियों को आकार देने मेंमहत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, और सभी मंत्रालयों / विभागों मेंकाम करने वाले अपने कुशल, ईमानदार अधिकारियों के लिएजाना जाता है।
इस वर्ष सीएसएस दिवस समारोह 31 अक्टूबर 2023 कोडॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर, दिल्ली में आयोजित किया गयाथा, जिसमें 1000 से अधिक सीएसएस अधिकारियों ने भागलिया। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर सीएसएसअधिकारियों को अपना संदेश भेजकर उन्हें बधाई दी औरशासन को और भी अधिक प्रभावी बनाने में उनके उल्लेखनीययोगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने भारत सरकार में नीतियों केनिर्माण और कार्यान्वयन में सीएसएस अधिकारियों कीमहत्वपूर्ण भूमिका को भी रेखांकित किया। श्री नरेंद्र मोदी नेविश्वास व्यक्त किया कि सीएसएस अमृतकाल से प्रेरणा लेगाऔर राष्ट्र के विकास में योगदान देगा। प्रधानमंत्री ने यह भीआशा व्यक्त की कि सामूहिक प्रयासों से देश स्वतंत्रता कीशताब्दी यानी 2047 तक नई ऊंचाइयों को प्राप्त करेगा।
प्रधानमंत्री कार्यालय और कार्मिक मंत्रालय में राज्य मंत्रीडॉ जितेंद्र सिंह समारोह के मुख्य अतिथि थे। डॉ. सिंह ने अपनी सराहना के माध्यम से इस बात पर प्रकाश डाला कि सीएसएस भारत सरकार के कामकाज की रीढ़ की हड्डी रहा है और वह चाहते हैं कि यह सेवा अपने अधिकारियों के माध्यम से राष्ट्र कीसेवा करती रहे।
इस समारोह में संसद सदस्यों श्री मलूक नागर, मनोजतिवारी और श्री प्रताप चंद्र सारंगी ने भी सम्मानित अतिथि केरूप में भाग लिया, जिन्होंने देश की अथक सेवा के लिएसीएसएस अधिकारियों की सराहना की।
इस अवसर पर सीएसएस फोरम ने इस बात पर प्रकाशडाला कि सरकार द्वारा विभिन्न ग्रेड में देरी से पदोन्नति की गईहै, जो लंबे समय से लंबित थी। हालांकि, फोरम ने कहा किअभी भी कुछ सेवा मामले हैं जैसे कुछ ग्रेड में पदोन्नति, औरगैर–कार्यात्मक उन्नयन (एनएफयू) जैसे संगठित समूह ‘ए’ सेवा(ओजीएएस) के लाभों का विस्तार, जिन्हें संबोधित करने कीआवश्यकता है।
समारोह कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से मनायागया जिसमें सीएसएस अधिकारियों द्वारा नृत्य, गायन, बांसुरीवादन और मिमिक्री में अपने जीवंत कौशल दिखाए।
कार्यक्रम का समापन अतिथियों और सभी सीएसएसअधिकारियों को राष्ट्र के प्रति उनकी उल्लेखनीय सेवा के लिएधन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।